Munger: चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा सदर अस्‍पताल, आयुष चिकित्सक कभी ऑर्थो विशेषज्ञ तो कभी बन रहे फिजिशियन



मुंगेर,  संवाद सहयोगी: सदर अस्पताल चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। यहां तैनात आयुष चिकित्सक को कभी हड्डी रोग विशेषज्ञ बना दिया जाता है तो कभी फिजिशयन बनकर मरीजों का इलाज करना पड़ता है। ऐसे में बेहतर स्वास्थ्य की परिकल्पना नहीं की जा सकती है।

सदर अस्पताल में एक हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं, लेकिन उनकी गैर मौजूदगी में आयुष चिकित्सक को ही इस विभाग की जिम्मेदारी दी जाती है।  दरअसल, सदर अस्पताल में सर्जन सहित 18 चिकित्सकों के पद रिक्त है। इनमें इएनटी व न्यूरो विभाग सहित कई रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं। दो आयुष चिकित्सक डा. मुरारी शर्मा और डा. लोचनचंद्र पाठक हैं। ओपीडी की रोस्टर ड्यूटी में दोनों चिकित्सक कभी फिजिशियन बन जाते हैं तो कभी हड्डी रोग विशेषज्ञ।
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सप्ताह में दो दिन डा. लोचनचंद्र पाठक की ऑर्थो विभाग में ड्यूटी लगाई जाती है। डा. मुरारी शर्मा की ओपीडी में फिजिशयन की ड्यूटी लगी है। सिविल सर्जन डा. पीएम सहाय ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है। आयुष चिकित्सकों की इमरजेंसी, आइसीयू और अन्य वार्डों में ड्यूटी नहीं ली जा सकती। चिकित्सक की कमी के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है।  सोमवार को ओपीडी में हड्डी रोग विशेषज्ञ डाक्टर निरंजन सिंह, फिजिशियन डा. रामप्रवेश, आयुष चिकित्सक डा. मुरारी प्रसाद मौजूद थे।
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सदर अस्पताल की ओपीडी में औसतन चार से पांच सौ नए पुराने मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। रविवार बंद होने की वजह से साेमवार को मरीजों की भीड़ पांच से छह सौ के बीच पहुंच जाती है। मरीजों की भीड़ को देखते हुए एक सप्ताह पहले सदर अस्पताल में ओपीडी की सेवा दो शिफ्ट में शुरू की गई है। दूसरे शिफ्ट में मरीजों की संख्या कम होती है। दूसरा शिफ्ट दो बजे से शुरू होता है। इस वजह से मरीज ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करते हैं।
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सोमवार को महिला वार्ड में चिकित्सक डा.मंजुला की ड्यूटी थी, पर अवकाश पर रहने की वजह से डा. हेमंत ने महिला मरीजों का इलाज किया, दवा लिखी। इसी तरह हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. निरंजन सिंह मरीजों का इलाज किया और दवा लिखी।

केस-1  आयुष चिकित्सक डा. मुरारी प्रसाद सोमवार को ओपीडी की ड्यूटी में थे। इनके पास दिखाने नया गांव की सीता देवी पहुंचीं। सीने में दर्द को लेकर उन्होंने अस्पताल में मिलने वाली दवा लिखी। दवा लेकर महिला चली गई।

केस-2  आयुष चिकित्सक डा. मुरारी प्रसाद के पास सोमवार को पूरब सराय के मनोज कुमार (60) पहुंचे। यह हृदय रोग से पीड़ित थे। उन्हें भी सामान्य दवा के साथ जांच आयुष चिकित्सक ने लिखी। दवा लेकर चले गए।

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