Munger News : पैदावार देखकर किसान थे खुश, इस वन्य जीव के दखल से दलहन फसलें हो रहीं चौपट, चेहरों पर छायी मायूसी



संवाद सहयोगी,जमालपुर (मुंगेर)। जमालपुर प्रखंड के किसान परेशान हैं। नीलगाय के आतंक से किसानों को जूझना पड़ रहा है। झुंड में आकर नीलगाय फसलों को नुकसान पहुंचाती रहती हैं। ठंड के कारण किसान रखवाली करने में मुस्तैद नहीं रह पा रहे हैं, ऐसे में नीलगाय फसलों को बर्बाद कर रही हैं। जिले के पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी भागों के गांवों के किसान नीलगाय द्वारा फसल नष्ट कर दिए जाने से काफी परेशान हैं।

दरअसल, प्रखंड के लगभग 54 सौ एकड़ में लगी दलहन की फसल को नीलगाय बर्बाद कर रही हैं। किसानों की मेहनत पर पानी फिर रहा है। दलहन की लहलहाते फसल को बर्बाद होता देख किसान लाचार और बेबस हैं। प्रखंड के इंद्ररुख, रामपुर व फरदा बहियार में लगी गेहूं, मसूर, चना, सरसों के फसल को तैयार में प्रति एकड़ छह हजार रुपये खर्च किसानों को लगा है। खेतों में लहलहा रही फसलों को देख किसान खुश थे, लेकिन फसल बर्बाद होने से किसानों के चेहरे पर मायूस छा गई है।
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फसल को बर्बाद होने से बचाने को लेकर किसान कृष्ण कुमार सिंह, संजय सिंह, संजीव कुमार, नीलेश सिंह, पारो सिंह, शंभू शरण सिंह, रामबाबू सिंह, अमर सिंह, अजय सिंह, सुजीत सिंह, बमबम सिंह, दीपक सिंह, नवीन सिंह, नीरज सिंह, अरविंद सिंह, मुन्ना सिंह, रामाश्रय सिंह, शंकर कुमार सिंह, रणवीर राय जिला प्रशासन से लेकर वन विभाग तक लिखित व मौखिक रूप से आवेदन देकर सकारात्मक पहल की मांग की है। जिला प्रशासन की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं करने से किसान मायूस होकर घर बैठकर फसल बर्बाद होते देख रहे हैं। किसानों ने बताया कि 22 सौ एकड़ खेत इंद्ररुख, बहियार का रखवा है। फरदा बहियार के दो हजार एकड़ तथा रामपुर बहियार का 12 सौ एकड़ में दलहन की फसल की खेती हुई है।
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नीलगायों का आतंक बढ़ गया है। लहलहाती फसल बर्बाद हो रही है। अंधेरा हो या फिर उजाला नीलगाय झुंड में पहुंचती हैं। चना व अरहर की खेती इस इलाके में कम होती जा रही है। किसानों का कहना है कि जैसे ही इन फसलों का फूल तैयार होता है, उसे नीलगाय चट कर जा रहे हैं। -रामबाबू सिंह, रामपुर

खाने से ज्यादा इनके पैरों से फसल की बर्बादी होती है। फसल को बचाना है तो किसानों को अपने खेतों में जाल लगाकर या रतजगा कर फसल को बचाने की मजबूरी हो गई है। तभी फसल बच पाएगी। किसानों के घर तक फसल सुरक्षित पहुंचना संभवन नहीं दिख रहा है। -ओमप्रकाश सिंह, रामपुर


वन्य प्राणी होने की वजह से इन नीलगायों को कोई मार भी नहीं सकता है। ऐसे में आखिर किसान करें तो क्या। समस्या किसी एक गांव के किसानों की नहीं बल्कि, हर जगह एक समान स्थिति है। प्रशासन को इस दिशा में ध्यान देने की जरूरत है। -विपिन सिंह, रामपुर

धनिया और मटर के फसल को नीलगाय बर्बाद कर रहे हें। काफी नुकसान पहुंचा रहा है। दिन में तो किसान अपने खेतों की सुरक्षा कर रहे हैं, लेकिन रात में संभव नहीं है। किसानों की समस्याओं पर प्रशासन को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। - रणवीर राय, शिवकुंड



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