Ganaga Erosion : खाली घर बचल छै, गंगा कटाव में गिर गेलै खेती वाला एक-एक धूर जमीन, किसान ने यूं बयां किया दर्द



श्रीकृष्ण मिश्र, बेगूसराय। मटिहानी प्रखंड की सिंहमा पंचायत के निवासी हैं संतोष सिंह। दियारा की जमीन में खेती-बारी व पशुपालन से अपने परिवार का बसर करते हैं, लेकिन हाल में यहां हो रहे गंगा कटाव से खासे परेशान हैं। कहते हैं कि खाली घर बचल छै। गंगा कटाव में खेती वाला एक-एक धूर जमीन गिर गेलै हन। जेकरा कारण कोय ऊपज नै होयतै आ हमे सब भुखमरी के कगार पर पहुंच जैबै। जिले के मटिहानी प्रखंड के सिंहमा सहित अन्य गांव में गंगा कटाव से सिर्फ संतोष सिंह नहीं बल्कि अन्य लोग खासकर किसान परेशान हैं।

हाल में गंगा कटाव के कारण सिर्फ सिंहमा दियारा में किसानों की सौ बीघा से अधिक जमीन गंगा में विलीन हो चुकी है। इसमें व्यापक पैमाने पर उपजाऊ जमीन भी शामिल है। यहां अब भी खेत में लगे सरसों सहित खेत में लगी अन्य फसलें भी गंगा में समा रही है। सिंहमा के अलावा खोरमपुर, नयागांव, महेंद्रपुर, मथार आदि गांव के किसान भी गंगा कटाव से प्रभावित हैं।
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गंगा कटाव से आबादी वाले क्षेत्र के भी प्रभावित होने की प्रबल संभावना है। सिंहमा गंगा घाट के समीप हो रहे कटाव से आबादी वाला क्षेत्र यथा बबुरबन्ना, गोसाईं टोला, पथला टोला आदि महज आधा किलोमीटर की दूरी पर है। समय रहते यदि कटाव पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो इससे गुप्ता लखमीनियां बांध पर भी भविष्य में खतरा उत्पन्न हो सकता है।
गंगा में हो रहे कटाव का बड़ा कारण इस क्षेत्र में बालू व मिट्टी का बड़े पैमाने पर हो रहा अवैध खनन माना जा रहा है। यहां न सिर्फ दियारा इलाके बल्कि आबादी से काफी कम दूरी के क्षेत्र में भी धड़ल्ले से उजला बालू व मिट्टी का अवैध खनन आज भी हो रहा है। अवैध खनन के कारोबारी सिर्फ दिन में ही नहीं बल्कि रात के अंधेरे में भी खनन को अंजाम दे रहे हैं। अवैध खनन के इस कार्य में जेसीबी तक का उपयोग हो रहा है और दर्जनों ट्रैक्टर बालू व मिट्टी ढ़ोने में लगा रहता है।
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1. बमबम सिंह मुखिया : सिंहमा पंचायत के मुखिया बमबम सिंह ने कहा कि यहां बालू एवं मिट्टी के अवैध खनन के कारण ही गंगा में कटाव की स्थिति उत्पन्न हुई है। अभी तो लोगों की खेती योग्य जमीन कटी और कट रही है। इस पर रोक नहीं लगा तो लोगों का घर भी गंगा में विलीन हो सकता है।
2. संतोष सिंह : सिंहमा पंचायत के बबुरबन्ना निवासी संतोष सिंह कहते हैं कि उनका खेती करने योग्य सभी जमीन गंगा में कट गया है। सिर्फ घर बचा हुआ है। इस कारण परिवार के लोगों के साथ मवेशियों के चारा पर संकट खड़ा हो गया है। यह सब अवैध खनन के कारण ही हो रहा है।
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3. धीरज कुमार : सिंहमा के ही धीरज कुमार ने कहा कि इस क्षेत्र में लगातार बालू व मिट्टी की अवैध कटाई हो रही है। इस कारण गंगा का पानी निचले इलाके में जमा हो जाता है और कटाव होते रहता है। कटाव के कारण हमलोगों की जमीन में भी गंगा में समाई है।
4. पप्पू सिंह : सिंहमा दियारा में हो रहे गंगा कटाव में उनकी जमीन भी कट गई है। इस कारण खेती पर संकट खड़ा हो गया है। जमीन कटने से मवेशियों के लिए चारा पर भी संकट उत्पन्न हुआ है। यहां हो रहे अवैध कटाई पर रोक लगना चाहिए।


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