न ईसीजी मशीन है न ही बीपी मॉनिटर, संसाधनों के अभाव में भगवान भरोसे चल रहा सदर अस्पताल का कार्डियक केयर यूनिट



मोतिहारी, संवादसूत्र: हृदय रोग से ग्रस्त लोगों के लिए सदर अस्पताल में आनन-फानन में कार्डियक केयर यूनिट की स्थापना तो कर दी गई, लेकिन यूनिट में सभी तरह के संसाधनों का घोर अभाव है। कार्डियक केयर यूनिट में इलाज के लिए उपकरणों की व्यवस्था भी भगवान भरोसे है। ना तो यहां ईसीजी उपकरण है न बीपी मानिटर। एक पोर्टेबल एक्स-रे मशीन है भी तो इसे चलाने वाला दक्ष कर्मी नहीं है। बताते हैं कि स्थापना के बाद से शायद हीं यहां किसी मरीज का इलाज किया जा सका है।


ठंड के इस मौसम में हार्ट संबंधित रोग के मामले काफी तादाद में सामने आ रहे हैं लेकिन सरकारी व्यवस्था नाकाफी होने के कारण ऐसे रोगियों को निजी अस्पतालों का रूख करना पड रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों को हो रही है।
शहर के एक निजी अस्पताल में अपने पिता का इलाज करा रहे चांदमारी के राहुल कुमार बताते हैं कि तीन दिनों पहले अचानक से पिता की तबीयत खराब हो गई। सदर अस्पताल पहुंचे तो चिकित्सकों ने हृदय संबंधित परेशानी बताई। हालांकि वहां इलाज की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण अब मजबूरी में वे अपने पिता का इलाज एक निजी नर्सिंग होम में करा रहे हैं। इसके लिए उन्हें कर्ज भी लेना पड़ा है।


कार्डियक केयर अस्पताल के बारे में पूछने पर अस्पताल प्रबंधक भारत भूषण ने बताया कि कार्डियक केयर यूनिट को जल्द ही इमरजेंसी से हटाकर सदर अस्पताल के मुख्य भवन में लाया जाना है। यहां लाने के बाद चीजों को ठीक करने की योजना है। हालांकि अभी भी उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से मरीजों का लगातार इलाज किया जा रहा है।


वहीं सिविल सर्जन पूर्वी चंपारण ने इस मामले पर कहा कि व्यवस्था ठीक करने के लिए पहले ही निर्देश दिया गया है। अपने स्तर से निरीक्षण कर जल्द ही जरूरी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।

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