कोर्ट में बयान के बाद घर लौटा अपहृत ''औरंगजेब'', मां बोली- खुदा का शुक्र है, मेरा लाल वापस आ गया



तारापुर (मुंगेर), मनोज मिश्र: अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुटकारा और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद औरगंजेब (14) मंगलवार की रात गाजीपुर स्थित अपने घर पहुंचा। पिता इलियास के साथ जमुई न्यायालय में बयान दर्ज कराने के बाद सकुशल घर आया। बेटे के आने के बाद घर में खुशियां छा गईंं, परिजनों की आंखों को सुकून से भर गईं। मां सलमा खातून ने कहा कि खुदा का शुक्रगुजार हूं, मेरा लाल सही सलामत लौट आया। परिवार वालों ने लक्ष्मीपुर पुलिस का आभार व्यक्त किया।

औरगंजेब ने बताया कि पांच जनवरी की सुबह वह अपने मामा आमिर के साथ घर से निकला था। छह बजे सुबह संग्रामपुर पहुंचा। यहां से मोटरसाइकिल से दोनों 10 बजे बग्धसवा पहुंचे थे। मामा ने एक बकरी खरीदी और पहाड़ के पार चलने को कहा। इस बीच रास्ते में कुछ लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद औरंगजेब और आकाश हांसदा की आंख में पट्टी बांधकर ले गए और बीच जंगल में ले जाकर बिठा दिया। पीड़ित परिवार वालों की मानें तो पूरी घटना का मास्टर माइंड पशु एजेंट आकाश हांसदा ही था।
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औरंगजेब ने बताया कि किडनैपरों ने उसे चूड़ा-दालमोट खाने को दिया और सर्द रात में जगह बदल कर सोने के लिए एक चादर दी। सुबह के समय पशुओं का एजेंट आकाश दो घंटे के लिए बिछड़ गया। आकाश पहुंचा तो जगह बदली हुई थी। बच्चे ने बताया कि शुक्रवार की सुबह उसकी पापा से बात कराई गई थी। तीन घंटे बाद फिर उन लोगों ने आपस में बात की, जिसमें सभी कह रहे थे कि इसे भगाना है तो भगा दो नहीं तो कल इसको काट देंगे।
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इसके बाद दिन के दो बजे औरगंजेब किसी तरह निकल गया और पांच बजे शाम में दरियापुर पहुंचा। दरियापुर से ई-रिक्शा करके पतघाघर स्थित दूसरे नानी घर पहुंचा। यहां अपने मामा के पास आए इसके बाद लक्ष्मीपुर थाना पहुंचे। थाने में मालूम चला कि पहले मामा आमिर की हत्या कर दी गई है। औरंगजेब ने पुलिस को बताया कि उसके साथ तीन व्यक्ति थे, कुछ का नाम भी पुलिस को बताया।


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औरंगजेब की मां सलमा खातून ने कहा कि खुदा का शुक्र है कि प्रशासन ने बच्चे को सुरक्षित निकाल दिया गया। जब तक बच्चा नहीं आया था तब तक काफी परेशान थे। औरंगजेब के पिता इलियास ने बताया कि कि घटना की जानकारी मिलने के बाद जब स्थल पर गए तो लोगों ने बताया कि यह जगह लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र में आती है।
इसके बाद वे लक्ष्मीपुर थाना गए, जिसके बाद वहां के थाना प्रभारी को सभी बातों की जानकारी दी। पुलिस ने पूरा सहयोग किया। रात में छान-बीन करने जंगल भी गए, लेकिन पुलिस को कुछ पता नहीं चल पाया। उन्होंने कहा कि घटनास्थल बेलहर थाना क्षेत्र पड़ता है।
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अगले दिन सुबह बेलहर थाना गए। इस दौरान बेलहर और लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी के बीच में आपसी बहस भी हुई। लक्ष्मीपुर पुलिस ने मानवता का परिचय दिया और बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। बाद में तारापुर के भी पुलिस प्रभारी भी वहां पहुंचे। जहां से पुलिस ने आमिर के शव को बरामद किया। लक्ष्मीपुर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए जमुई भेजा। इस दौरान शनिवार की शाम में औंरगाबाद ने फोन कर बताया कि वह भाग कर आ गया है। संग्रामपुर के पास है। बेटे को पतघाघर स्थित मामा के पास जाने को कह दिया। वहां से फिर लक्ष्मीपुर थाने की पुलिस साथ हुई। औरंगजेब के पिता इलियास ने बताया कि पूरे घटना का मास्टर माइंड आकाश हांसदा है।

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