Bihar: रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी को लेकर आक्रोश, अर्थी यात्रा निकाल कर शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका



जागरण संवाददाता, शेखपुरा। रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर शिक्षा मंत्री व आरजेडी विधायक चंद्रशेखर बुरी तरह घिर गए हैं। उनके विवादित बयान को लेकर शेखपुरा में आक्रोशित लोगों ने उनका पुतला दहन किया। इसके साथ ही लोगों ने सड़क जाम कर शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
चितौरा मुबारकपुर गांव के ग्रामीणों ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की गांव में अर्थी निकाली, जिसे ढोल-बाजे बजाकर पूरे गांव में घुमाया। ग्रामीण रामानुज सिंह और श्याम नंदन सिंह ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस पर अपमानजनक बयान दिया है, इससे हिंदू समाज दुखी है।

ग्रामीणों ने कहा कि जानबूझ कर इस तरह के बयान देकर भावनाओं को आहत कर राजनीति की जा रही है। मंत्री के विवादित बयान से आक्रोशित होकर हमने उनकी अर्थी यात्रा निकाली है। इसमें बड़ों के साथ-साथ किशोर और युवाओं की भी भागीदारी रही। फिर शेखपुरा मेहुस रोड में लाकर पुतला दहन करते हुए रोड जाम कर नारेबाजी की गई।
बता दें कि पटना में नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने रामचरित मानस को समाज को बांटने वाला ग्रंथ बताया था। उन्होंने कहा कि मनुस्मृति, रामचरितमानस और बंच आफ थॉट्स जैसी किताबों को जला देना चाहिए। इन किताबों ने नफरत फैलाई है। लोगों को सदियों पीछे धकेलने का काम किया है।
शेखपुरा की मुख्य पार्षद शपथ से पहले विवादों में घिरीं, जाति प्रमाणपत्र निरस्त, DM ने आयोग से मांगा मार्गदर्शन यह भी पढ़ें
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि इन्हीं के कारण देश के राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को मंदिरों में जाने से रोका गया। ये ग्रंथ नफरत फैलाते हैं। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने इनका प्रतिरोध किया था। उन्होंने मनुस्मृति को जलाने का काम किया था। समारोह के बाद जब उनसे इस संबंध में सवाल किए गए तो उन्होंने अपने शब्दों को सही ठहराया। उनके इस बयान पर विवाद हो गया है। पूरे देश भर में उनके इस बयान की निंदा हो रही है।
Bihar: ABVP के छात्र नेताओं ने मुंगेर विश्वविद्यालय के उप कुलपति को घेरा, भ्रष्टाचार को लेकर जमकर की नारेबाजी यह भी पढ़ें
रामचरितमानस पर विवादित बयान पर अयोध्या के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने शिक्षा मंत्री को पद से बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने कहा कि मैं इस बयान पर शिक्षा मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करता हूं। उन्हें पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
जगद्गुरु ने आगे कहा कि चंद्रशेखर को एक हफ्ते के भीतर माफी मांगनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करता हूं।


अन्य समाचार