हवेली खड़गपुर (मुंगेर), प्रणत भारती। बिहार के मुंगर जिले में प्यार करने वाले आशिक को इश्क की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। अपने प्यार को पाने के उद्देश्य से भागलपुर से बरियारपुर पहुंचे रमन कुमार ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वह मौत की भेंट चढ़ने वाला है। रमन को थोड़ा सा भी आभास होता कि जिस लड़की से वह बेइंतहा प्यार करता है, उसके पिता अजय यादव ही जान के दुश्मन बने हुए हैं तो शायद रमन सचेत हो जाता। ऐसा नहीं हो सका और उसे अपनी जान हाथ धोना पड़ा।
इस हत्याकांड का मास्टर माइंड प्रेमिका के पिता अजय यादव ने पुलिस को बताया कि लाख समझाने के बावजूद भी दोनों मानने को तैयार नहीं थे। इसलिए घटना को अंजाम दिया गया है। इसके लिए सबसे सुरक्षित स्थान ऋषिकुंड को ही चुना गया। 11 दिसंबर को रमन अपने नानी के घर कुमारपुर गांव से निकला तो सारी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी। सहयोगियों के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग अजय यादव ने बनाई।
चार सहयोगियों ने बरियारपुर में रमन को ई-रिक्शा के साथ ऋषिकुंड चलने के लिए तैयार किया। चार लोग यात्री बनकर रिक्शा पर बैठ गए। ऋषिकुंड जाने के रास्ते में अजय यादव भी ई-रिक्शा पर सवार हो गया। इसके बाद अजय और चारों साथियों ने रमन की खूब पिटाई की। पहाड़ स्थित जंगल पर ले जाकर धारदार चाकू से सिर को काट दिया। इसके बाद शव को छिपाने के लिए पहाड़ की ऊंचाई पर स्थित एक झाड़ी में बोरी में बंद कर फेंक दिया।
रमन हत्याकांड का पर्दाफाश: प्रेमिका के पिता ने ही साथियों के साथ मिलकर रास्ते से हटाया, आरोपी गिरफ्तार यह भी पढ़ें
सभी ने सोचा था कि शव जंगली जानवरों का आहार बन जाएगा, किसी को हत्या के बारे में पता नहीं चलेगा। हालांकि, ई-रिक्शा और जिस धारदर हथियार से घटना को अंजाम दिया गया था वह अब तक पुलिस बरामद नहीं कर सकी है। घटना के संबंध में मृतक के स्वजन को अजय यादव की सारी गतिविधि के बारे में भनक लगी थी। स्वजन दोनों के प्रेम प्रसंग के बारे में भी जानते थे, लेकिन अजय यादव अंतरराज्यीय बदमाश था। डर के कारण कुछ भी बताने के लिए राजी नहीं थे।
पुलिस को पूछताछ के क्रम में परिजनों ने थोड़ी बहुत जानकारी दी। इसके उपरांत पुलिस ने लड़की के मोबाइल के कॉल डिटेल को भी खंगाला तब जाकर मामला पकड़ में आया। जब अजय यादव की गिरफ्तारी हुई तो घटना की सारी सच्चाई पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष आ गई। पुलिस के अनुसार भागलपुर जिला के विवि थाना क्षेत्र अंतर्गत साहेबगंज मोहल्ला के रहने वाले रमन कुमार को भागलपुर में ही रह रही अजय यादव की बेटी से प्यार हो गया था। इसकी भनक अजय यादव को मिलने के बाद वह अपनी बेटी को अपने घर बरियारपुर ले आया।
प्रेमी रमन कुमार उसका पीछा करते हुए वह भी बरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कुमारपुर गांव में अपने नानी घर रहने लगा। वह यहां रह कर ई रिक्शा चलाता था और अक्सर रेलवे क्रॉसिंग पुल के समीप जाकर घंटों बात करता था। यही बात प्रेमिका के पिता को जब पता चली तब से उन्होंने प्रेमी को ठिकाने लगाने की ठान ली और इसी उद्देश्य से षड्यंत्र रच कर 11 दिसंबर को युवक को ऋषिकुंड ले जाकर मार डाला। शव 27 दिसंबर को पूरी तरह क्षत-विक्षत स्थिति में पुलिस ने बरामद किया था।
इस वारदात में अजय यादव समेत कुल पांच लोग शामिल थे। ई-रिक्शा और धारदार हथियार बरामद नहीं हो सका है। ई- रिक्शा के बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है। फरार चार बदमाशों को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी होगी।