Nawada News: सिविल कोर्ट में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद दायर, जानिए क्या है आरोप




नवादा, जागरण संवाददाता: बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के खिलाफ सोमवार को नवादा के एक सामाजिक कार्यकर्ता ने सिविल कोर्ट, नवादा में परिवाद दायर किया है। सामाजिक कार्यकर्ता शहर के न्यू एरिया मोहल्ला निवासी राजेश कुमार श्री की ओर से परिवाद दायर कर शिक्षा मंत्री के खिलाफ कानूनी कारवाई करने की मांग की गई है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने विवादित बयान देकर पवित्र धर्म ग्रंथ रामचरितमानस और हिंदुओं को अपमानित करने का काम किया है। इससे समाज में वैमनस्यता फैली है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने 11 और 12 जनवरी को आपत्तिजनक बयान दिया था जिससे कि सनातनी धर्मावलंबियों की भावना को ठेस पहुंची है।

इस विवादित बयान को देकर मंत्री ने माफी मांगने की जगह अपने बयान पर कायम हैं, जिसके बाद से हिंदू संगठनों में काफी आक्रोश है। शिक्षा मंत्री से इस्तीफे की मांग की जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की गई है। सामाजिक कार्यकर्ता ने कोर्ट में परिवार दायर कर शिक्षा मंत्री पर कानूनी कारवाई की मांग की है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा था कि राम चरित मानस समाज में नफरत फैलाती है। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने रामचरित मानस और मनुस्मृति को समाज को बांटने वाली पुस्तक बताया था। उनके इस बयान की खासी आलोचना हो रही है।
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