Darbhanga: सिंहवाड़ा में पूर्व मुखिया पर 80 लाख रुपए गबन का आरोप, विशेष कार्य पदाधिकारी ने दिए जांच के आदेश



सिंहवाड़ा, संवाद सहयोगी। बिहार के दरभंगा जिले में सरकार के पंचायती राज विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल शरण ने सिंहवाड़ा प्रखंड की हरपुर पंचायत में पूर्व मुखिया डोमू पासवान, तत्कालीन कनीय अभियंता, पंचायत सचिव सहित अन्य कर्मियों पर सरकारी राशि गबन मामले में जांच का आदेश जारी किया है। इस सबंध में निर्गत पत्र में एसक्यूएम हाकिम प्रसाद व डीक्यूएम दिनेश्वर कुमार सिंह को वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015-16 में पूर्व मुखिया डोमू पासवान के कार्यकाल तक वित्तीय अनियमितता और राशि गबन के सबंध में अभिलेख व स्थलीय जांच रिपोर्ट देने को कहा है।


बता दें कि हरपुर पंचायत के वर्तमान मुखिया परशुराम यादव, सरपंच शंभू राय, उप मुखिया रामसेवक यादव, अविनाश कुमार, महादेव यादव ने वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक की अवधि में तत्कालीन मुखिया डोमू पासवान सहित अन्य कर्मियों के विरुद्ध पंचायत की योजनाओं में सरकारी के गबन के सबंध में परिवाद दायर किया था। बिहार पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को भेजे पत्र में ग्रामीणों ने कहा था कि हरपुर पंचायत में वित्तीय वर्ष 2011-12 से 2015-16 तक की अवधि में पूर्व मुखिया डोमू पासवान, कनीय अभियंता व पंचायत सचिव सहित कई कर्मियों की मिलीभगत से पंचायत में प्राप्त 13वें वित्त आयोग, 14 वें वित्त आयोग, चतुर्थ राज्य वित्त आयोग, तथा पिछड़ा क्षेत्र निधि से प्राप्त लगभग 80 लाख से अधिक की राशि का गबन कर लिया गया है।
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ग्रामीणों ने कहा है कि इस संबंध में पहले भी कई शिकायत विभागीय पदाधिकारी से की गई थी, लेकिन सरकारी राशि गबन जैसे गंभीर मामले में अबतक कार्रवाई नहीं हुई। कार्य स्थल पर बिना साइन बोर्ड के राशि का उठाव करना गबन का गंभीर मामला बनता है। वर्ष 2016 के मुखिया चुनाव के बाद अप्रैल, मई व जून में वृद्धावस्था पेंशन की लाखों राशि गबन का आरोप पूर्व मुखिया व सचिव पर लगाया है। किसी भी पेंशनधारी लाभुक को पैसा नहीं मिलने की सत्यता अभिलेख की जांच व पूछताछ से संभव हो पाएगा। अभिलेख में किसी भी लाभूक का हस्ताक्षर व अंगूठे का निशान नहीं है।

ग्रामीणों ने पंचायतीराज के प्रधान सचिव को आवेदन सौंपकर कर उच्चस्तरीय जांच कमेटी गठन कर अभिलेख व स्थलीय योजना से सबंधित अभिलेख का विस्तृत सत्यापन कर सरकारी राशि गबन के आरोपी पर विधि सम्मत कार्रवाई की मांग की है। इधर, पूर्व मुखिया डोमू पासवान ने मोबाइल पर बताया कि सभी आरोप निराधार हैं। राजनीतिक लाभ के लिए विरोधी ने साजिश की है। मेरे द्वारा वर्तमान मुखिया दिए आवेदन की जांच को प्रभावित करने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है।


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