दरभंगा : दिव्यांगता को बनाया सफलता का हथियार, पीएम के साथ चर्चा में खोला तनाव के पल को आनंदमय बनाने का राज



दरभंगा, संवाद सहोयगी। जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र मनीगाछी के उजान गांव के राजू कुमार शुक्रवार को फूले नहीं समा रहे थे। ऐसा हो भी क्यों नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चर्चा करने का अवसर मिला। प्रधानमंत्री से आमने-सामने बात करने और अपने विचार रखने का मौका जिसे मिले, वह क्यों नहीं अपने को भाग्यशाली और गौरवशाली समझे।
यही भाव राजू कुमार के चेहरे से झलक रहा था, जब वह प्रधानमंत्री के साथ कर्म योगी प्रारंभ मॉडल पर ऑनलाइन चर्चा कर बाहर निकले। इतना ही नहीं राजू कुमार जब प्रधानमंत्री के साथ चर्चा कर रहे थे, तो उनका पूरा परिवार तो उन्हें देख ही रहा था, देश के कई युवा भी देख रहे थे।

विशेष रूप से मिथिला के लोग देख रहे थे कि किस प्रकार दरभंगा का एक युवक आज देश के उन चुनिंदा कर्म योगियों में शामिल हो गया है, जिसे प्रधानमंत्री के साथ चर्चा करने का अवसर मिला है। राजू कुमार के पिता अनिल महतो, गृहिणी माता फूलो देवी अपने बेटे के इस गौरवशाली पल के गवाह बन रहे थे।
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में राजू कुमार ने बताया कि उसके पिता एक साधारण कृषक हैं। जो खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। जब वह नौ महीने का था, तभी दांया पैर पोलियो का शिकार हो गया था। लेकिन कभी उसके परिजनों ने यह एहसास ही नहीं होने दिया कि वह दिव्यांग है।
दरभंगा : आयकर विभाग की टीम की चिकित्सक दंपति के चार ठिकानों पर छापेमारी, दूसरे दिन भी जारी यह भी पढ़ें
माता-पिता की प्रेरणा से गांव के ही मध्य विद्यालय तथा उच्च विद्यालय से उसने दसवीं तक की शिक्षा प्राप्त की।इंटरमीडिएट के लिए उसके पिता ने शहर के सीएम साइंस कालेज में नामांकन करा दिया। लेकिन तभी दरभंगा राजकीय पालीटेक्निक में उसका नामांकन मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए हो गया।
राजू ने बताया कि प्रधानमंत्री ने भी कहा कि प्रायः जो दिव्यांग होते हैं, वह अपनी बेबसी का रोना रोते हैं। लेकिन आपने अपनी इस बेबसी को अपनी सफलता का हथियार बनाया और आज रेलवे में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। इसीलिए आपको यह अवसर दिया गया है कि अपनी सफलता का राज देश के लोगों के साथ साझा करें, जिससे कि लोग अपनी उर्जा का सकारात्मक रूप से उपयोग कर सफलता की एक नई मंजिल पा सकें।
दरभंगा : लिपिक के घर RAID, 27 लाख रुपये, 10 लाख के जेवर, आठ बैंक की पासबुक और लाखों की जमीन के दस्तावेज मिले यह भी पढ़ें
उन्हें कैसे अपनी बेबसी छोड़कर अपनी ऊर्जा का उपयोग सफलता के लिए लगाना चाहिए। बताते चलें कि इस कार्यक्रम में देशभर के मात्र पांच कर्म योगियों को आमंत्रित किया गया था, जिनमें राजू कुमार भी शामिल थे। राजू कुमार फिलहाल रेलवे के सियालदह डिवीजन में पदस्थ हैं। उन्होंने कहा कि मंडल रेल प्रबंधक सहित पूरे सियालदह डिवीजन ने उन्हें इसके लिए बधाई दी है।

अन्य समाचार