तंत्र के गण: रेतीली जमीन पर समृद्धि के पौधे से पुतुल ने बिखेरी जीवन में आर्थिक सुगंध



गोपीनाथ सोनी, रघुनाथपुर (सिवान)। रघुनाथपुर प्रखंड के मुरारपट्टी गांव की महादलित टोला निवासी सुभाष राम की पत्नी पुतुल देवी कुछ समय पहले तक आर्थिक तंगी से जूझ रही थीं। लेकिन, अब वह अपने परिवार का भरण-पोषण खुशहाली से कर रही हैं। इनकी इस खुशी का कारण दियरा की जमीन पर नर्सरी करना है।
पति एवं तीन बच्चों समेत साथ में काम करने वाली करीब आधा दर्जन महिलाएं व उनके परिवार के सदस्य इस खेती के माध्यम से प्राप्त होने वाले धन से अपना भरण-पोषण कर रहे हैं। पुतुल ने बताया कि जल जीवन हरियाली के तहत नर्सरी लगा पर्यावरण को हरा भरा तो किया ही अपने परिवार में भी आर्थिक हरियाली लाई।

इस कार्य में वन विभाग के अधिकारियों ने भरपूर सहयोग किया। पुतुल की लगाई नर्सरी के पौधों को वन विभाग भी खरीद कर विभिन्न जगहों पर लगाता है। अब वह नर्सरी के लाभ के साथ ही पर्यावरण की शुद्धता और जल जीवन हरियाली अभियान को जन-जन तक पहुंचा रही हैं। जीविका के डीपीएम राकेश कुमार नीरज के कुशल मार्गदर्शन में रघुनाथपुर इकाई के बीपीएम अभिषेक कुमार चिंटू, एसी पुल्स कुमार सिंह का सराहनीय सोच के बदौलत पुतुल को यह मुकाम हासिल हुआ है।

पुतुल देवी के गांव में करीब पांच दर्जन से अधिक घर ऐसे हैं, जो खेतीबाड़ी के साथ पशुपालन का कार्य भी करते हैं। पुतुल जीविका के साथ हो लीं। जीविका के द्वारा समूह निर्माण करने के लिए महादलित टोला में औरों को प्रेरित किया। समूह में जुड़कर किसी प्रकार से मेहनत करके प्रति सप्ताह 10-10 रुपये जमा करने लगी थीं। बचत के रुपयों से ही छोटी-मोटी जरूरतों के लिए ऋण लिया करती थीं। छह-सात माह बीतने के बाद एहसास हुआ कि अब उसके परिवार की स्थिति इसी समूह के माध्यम से सुधारी जा सकती है।

पुतुल देवी को प्रथम एकरार के अनुसार वन विभाग द्वारा तीन लाख की राशि प्राप्त हुई थी। उसने करीब 20 हजार की लागत से नर्सरी तैयार की। इससे चार लाख के पौधे तैयार हुए जिसे वन विभाग द्वारा खरीद लिया गया। इसमें उसे एक लाख की आमदनी हुई। कार्यों को देखते हुए फिर दूसरा एकरारनामा तय हुआ है, अब फिर 20 हजार पौधों की तैयारी की गई है। पुतुल को इस बार चार लाख की आमदनी का अनुमान है। दीदियों के बीच पुतुल का कार्य व सक्रियता सराहनीय है।

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