इस साल 59 दिनों तक गूंजेंगे बोलबम के जयकारे, 4 जुलाई से 31 अगस्त तक रहेगा सावन का महीना



संसू, नवहट्टा (सहरसा)। सावन माह देवाधिदेव महादेव की पूजा चरम पर रहता है। शिवालय बोल कांवरिया बोल बम के नारों से गुंजायमान होता है। इस साल 59 दिनों तक सावन में बाबा का जलाभिषेक किया जाएगा। वर्ष 2023 का सावन भक्तों के लिए तीसरा सोमवार खास रहने वाला है।
हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार 13 माह का साल होगा। इसमें सावन पांचवां सोमवार अधिमास होगा। 19 वर्षों के बाद ऐसा संयोग बना है। ऐसे में भक्तों को शिव की आराधना के लिए अतिरिक्त समय मिल सकेगा। मलमास या पुरुषोत्तम मास के कारण चतुर्मास इस साल चार की बजाय पांच सूर्य ग्रहण महीने का होगा और सभी व्रत त्योहार देर से आएंगे।

पंडित बमबम झा ने बताया कि पंचांग के अनुसार सावन चार जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। अधिक मास 18 जुलाई से शुरू होकर 16 अगस्त को समाप्त होगा। 17 जुलाई को सोमवती अमावस्या पड़ेगी। महाशिवरात्रि 15 जुलाई व 14 अगस्त को होगी। मलमास ढाई वर्ष 16 दिन के अंतराल पर लगता है।
उन्होंने बताया कि वैदिक पंचांग की गणना सौर मास और चंद्र मास के आधार पर होती है। एक चंद्रमास 354 दिन तथा एक सूर्य मास 365 दिनों का होता है। इस प्रकार साल में 11 दिनों का अंतर आ जाता है। तीसरे वर्ष 33 दिनों का अतिरिक्त ने अंतराल बन जाता है। इसके सामंजस्य को अधिक मास कहा जाता है। इस वर्ष शनि, शुक्र, गुरु, राहु, केतु जैसे प्रमुख ग्रहों का राशि बदलाव देखने को मिलेगा। साथ ही दो सूर्य ग्रहण व एक चंद्रग्रहण लगेगा।
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