Bagaha: प्रसव कराने के नाम पर आशा ने ऐंठे दो हजार रुपए, बच्चे की मौत पर हंगामा, उपाधीक्षक ने पैसे वापस कराए



बगहा, संवाद सहयोगी। जिले के अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव के नाम पर आशा के दो हजार रुपये लेने का मामला सामने आया है। परिजनों के हंगामे के बाद अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक ने आशा से दो हजार रुपये प्रसूता के परिजनों को वापस करवा दिए। इसके साथ ही उन्होंने आशा को दोबारा शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
चौतरवा थाना के बहुअरवा गांव निवासी अखिलेश राम गुरुवार की रात अपनी पत्नी अमृता देवी का प्रसव कराने के लिए अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। उनके साथ आशा मुन्नी देवी भी साथ थी। अमृता देवी ने रात दस बजे नवजात को जन्म दिया। डॉक्टर तारीक नदीम ने नवजात की जांच कर बताया कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है। इसके बाद परिजन दुखी हो गए।

वहीं, बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने आशा से दो हजार रुपये मांगे। परिजनों ने बताया कि उन्होंने सुरक्षित प्रसव कराने के एवज में आशा को दो हजार रुपये दिए थे लेकिन मांगने पर वह पैसे देने को तैयार नहीं थी। परिजनों और आशा में विवाद होता देख किसी ने इसकी सूचना प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. केबीएन सिंह को दी। सूचना पर प्रभारी उपाधीक्षक अस्पताल पहुंचे।
प्रभारी उपाधीक्षक ने आशा और प्रसूता के परिजनों को बुलाया। परिजनों ने बताया कि सुरक्षित प्रसव के लिए आशा ने दो हजार रुपये लिया है। जिसके बाद उपाधीक्षक ने आशा को फटकार लगाया और एफआईआर दर्ज कराने की बात कही। उसके बाद उन्होंने आशा से परिजनों को पैसे वापस कराया।
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उपाधीक्षक केबीएन सिंह ने परिजनों को आशा के खिलाफ आवेदन लिखने को कहा। जिसपर परिजनों ने आशा की गलती माफ करने की बात कही। उसके बाद सिंह ने आशा को चेताया कि आगे से कोई भी शिकायत आई तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि इसके पहले अस्पताल में क्या चल रहा था, मुझे मतलब नहीं है। अगर किसी ने वसूली की तो उसे नौकरी से हटाने की अनुशंसा की जाएगी।

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