जागरण संवाददाता, आरा। भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के चर्चित कमालुचक बालू घाट पर अवैध खनन की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी कर रायफल और गोली के साथ एक धंधेबाज को धर दबोचा। जबकि, उसके तीन अन्य साथी भाग निकलने में सफल हो गए। इसकी जानकारी भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि पकड़ा गया आरोपित राज मिश्रा बक्सर जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के केशोपुर गांव का निवासी है। इसे लेकर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। सिंगल बैरल का एक रायफल, एक मैगजीन और 315 बोर का 16 कारतूस बरामद किए गए हैं। भोजपुर पुलिस बक्सर पुलिस से संपर्क कर पकड़े गए आरोपित का अपराधिक इतिहास का पता लगा रही है।
इधर, एसपी ने बताया कि कोईलवर के बंद कमालुचक बालू घाट पर अपराधियों द्वारा हरवे-हथियार से लैस होकर कब्जा करने का प्रयास किए जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई। पुलिस को देखते ही अपराधी इधर-उधर भागने लगे।
बाद में पुलिस ने घेराबंदी कर हथियार बंद आरोपित राज मिश्रा को धर दबोचा। एक रेगुलर रायफल और मैगजीन के अलावा सोलह कारतूस बरामद किए गए हैं। टीम में कोईलवर थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार और बड़हरा थानाध्यक्ष जयंत प्रकाश समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
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गत 21 जनवरी 2022 को कोईलवर के कमालुचक दियारे में बालू घाट पर कब्जे और वर्चस्व को लेकर दो गुटों के बीच जमकर गोलीबारी हुई थी, जिसमें पटना के सिगौरी प्रसाैढ़ा निवासी संजीत शर्मा व यूूपी के महाराजगंज निवासी दुर्गेश दो लोगों की मौत हो गई थी। तब से ही वह फरार चल रहा था।
इस केस में पूर्व में 17 आरोपित जेल जा चुके हैं। वहीं, सात के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई हुई है। अभी चंद दिनों पूर्व भोजपुर पुलिस ने चर्चित कमालुचक दोहरे हत्याकांड सहित करीब आधा दर्जन कांडों में वांछित बालू माफिया शशिकांत पांडेय झारखंड से पकड़ा गया था। वांछित की गिरफ्तारी रांची के डोरंडा इलाके से हुई थी।
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वह कोईलवर के पचरूखियाकला गांव का निवासी है। शशिकांत का पहले से लंबा अपराधिक इतिहास रहा है, उसके विरुद्ध करीब 10 कांड मिले हैं। इसमें करीब आधा दर्जन कांडों में फरार चल रहा था। पकड़ा गया वांछित सत्येन्द्र पांडेय गिरोह का था। इससे पूर्व पुलिस ने अभिमन्यु सिंह को पकड़ा था।