40 साल बाद घर लौटा शख्स, घरवालों को गले लगाते ही फूट-फूटकर रोने लगे, दूर-दूर से देखने आने वालों की लगी भीड़



सुधीर कुमार, तिलौथू (रोहतास)। मृत मान लिए गए व्यक्ति के 40 वर्षों के बाद घर लौटने पर स्वजन के बीच खुशी का माहौल छा गया। उन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पिछले 40 वर्षों से घर से गायब लक्ष्मण महतो के दामाद वीरेंद्र कुमार बताते हैं कि मेरी शादी हुए 35 वर्ष हो गए। जब मेरी यहां शादी हुई, तो यहां के लोगों ने बताया कि मेरे ससुर लक्ष्मण महतो पांच वर्ष पूर्व घर से गायब हैं और लगता है उनकी मौत हो चुकी है, लेकिन आज वे अचानक घर आ गए।

चंदनपुरा पंचायत के मदारीपुर गांव निवासी लक्ष्मण महतो के अचानक घर लौटने की खबर सुन आसपास के इलाके से उन्हें देखने और मिलने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। 1982 में पारिवारिक रंजिश के कारण घर छोड़ने वाले लक्ष्मण महतो शनिवार की सुबह अचानक जब घर पहुंचे, तो लोग उन्हें पहचान नहीं पाए।
जब उन्होंने अपना परिचय दिया, तो घर वाले पहले हैरत में पड़ गए फिर खुशी से गले मिलकर फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने बताया कि पारिवारिक नाराजगी के कारण वह घर से चले गए थे और 10 साल तक वृंदावन में रहकर ईश्वर की भक्ति में लीन हो गए और साधु का वेश धारण कर करीब 30 वर्षों तक धार्मिक स्थलों का भ्रमण करते रहे।
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इस बीच घर की याद और स्वजन की चिंता कभी-कभी सताती तो जरूर थी, लेकिन अपनी धुन में मगन रहे। आज जब लक्ष्मण महतो अपने घर लौटे तो सारा नजारा ही बदला-बदला हुआ था। मिट्टी का घर छोड़ कर गए थे, जो पक्का बना हुआ मिला। पत्नी केसरी देवी के स्वर्गवास की खबर सुनी तो रोने लगे।
दो बेटियां और पत्नी के पेट में एक बेटा छोड़कर अपने छोटे से घर संसार को त्याग कर चले गए थे। आने के बाद अपने नाती एवं पोतों को गले लगाकर जीभरकर प्यार किया। आने की खबर सुनकर गांव के सभी बुजुर्ग जब मिलने पहुंचे, तो उन्होंने सभी को बारी-बारी से पहचान लिया।


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