Bihar: मद्य निषेध के नाम पर एक्साइज टीम की अवैध वसूली, रात में बाहर दिखे तो गाड़ी में बैठाया; पैसे लेकर छोड़ा



जागरण संवाददाता, छपरा: सारण जिले में हाल ही में जहरीली शराब से हुई मौतों ने रात में ग्रामीणों की आवाजाही पर अंकुश सा लगा दिया है। यदि रात में आप घर से निकल कर कहीं जा रहे हैं या कहीं से अपने घर लौटने की सोच रहे हैं तो ठहर जाइए, आप उत्पाद विभाग की टीम के हत्थे चढ़ सकते हैं। भले ही आपने अपने जीवन में कभी शराब को हाथ भी न लगाया हो, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और आपकी इस दलील को कोई सुनने वाला भी नहीं है।

आपको गाड़ी में बैठा कर पांच-दस किलोमीटर घुमाने के बाद घर से पैसे मंगवाने के लिए दबाव बनाया जाता है और इस दौरान पकड़े गए लोगों से मोटी वसूली की जाती है। हाल के दिनों में उत्पाद विभाग की टीम पर आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पथराव किए जाने की घटनाओं की यदि निष्पक्ष जांच कराई जाए तो इसका सच सामने आ सकता है।

अधिकतर मामलों में पुलिसिया कार्रवाई के भय से लोग खामोश रह जा रहे हैं। लोग डरते हैं कि इसका विरोध करने पर पुलिस रोज छापेमारी व तलाशी के नाम पर परिवार के लोगों को प्रताड़ित करेगी। इसलिए छापेमारी दल के सदस्यों की बात मानकर उनके अनुसार लोग अपना बचाव करने में ही भलाई मान रहे हैं।
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2 फरवरी की रात लगभग 8:00 बजे तीन गाड़ियां गड़खा थाना क्षेत्र के मटखौवां गांव पहुंची और गाड़ी में सवार लोगों ने खुद को उत्पाद विभाग की टीम का सदस्य होने की बात कह कर दो किशोरों को पकड़ लिया। वे दोनों छपरा में किसी केंद्र पर मैट्रिक की परीक्षा दे रहे थे और मटखौआं में अपने रिश्तेदार के घर ठहरे थे। दोनों परीक्षार्थियों को शराब पीने के आरोप में पकड़ने की खबर पर आक्रोशित ग्रामीण टीम के विरोध में खड़े हो गए और पथराव किया।
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पथराव के बाद टीम ने वहां से निकल कर मटखौवां में ही रेडिया नहर पर एक व्यक्ति को एवं आलोनी बाजार के समीप एक अन्य व्यक्ति को पकड़ कर गाड़ी में बैठा लिया। आलोनी, गड़खा, भेल्दी होकर उन्हें परसा ले जाया गया और सोनहो के रास्ते भेल्दी लाया गया। रास्ते में उन पर घर से रुपए मंगवाने का दबाव डाला गया।
पकड़े गए लोगों में मोसाहेब टोला निवासी बीरबल राय ने बताया कि उसके पास महज 1000 रुपए थे। टीम ने उनसे पेटीएम से रुपए मंगवाने की बात कही। भेल्दी पेट्रोल पंप के समीप नताशा कंस्ट्रक्शन के पास गाड़ी रोक कर पहले गाड़ी में सवार व्यक्ति के खाते में 10 हजार रुपए मंगवाए गए और फिर उससे भेल्दी पेट्रोल पंप से संबंधित किसी व्यक्ति के खाते में रुपए भिजवाए गए। इसके बाद वहां से नकद वसूली कर टीम द्वारा उसे मुक्त किया गया। जबकि, अन्य दो लोगों को नकद 11-11 हजार लेकर छोड़ा गया।
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2 फरवरी की रात उत्पाद विभाग ने नोडल रेड किया था। जिसमें छपरा के अलावा वैशाली एवं मुजफ्फरपुर से टीमें आईं थीं और छापेमारी की थी। शिकायत यह भी मिली है कि कुछ लोग उत्पाद विभाग की टीम के नाम पर लोगों को परेशान कर रहे है। इसकी पड़ताल कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
-रजनीश कुमार, उत्पाद अधीक्षक सारण

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