BSEB 10th Exam 2023: दोनों हाथ नहीं, पैरों से लिखकर मैट्रिक की परीक्षा दे रहा गोपाल, दिल जीत लेगी कहानी



बेतिया, संवाद सहयोगी। मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है। इन पंक्तियों के मायने को सही में साकार कर रहा दिव्यांग गोपाल कुमार। बगहा दो प्रखंड के देउरा तरुअनवा निवासी गोपाल जन्म से ही दोनों हाथों से दिव्यांग है। बावजूद उसने हार नहीं मानी। वह अपने पैर में कलम फंसा कर मैट्रिक की परीक्षा दे रहा है। दोनों हाथों से दिव्यांग गोपाल बचपन से ही पैर में कलम फंसा कर लिखता आया है।

नगर के राम लखन सिंह यादव कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र में गोपाल कुमार को पैर के सहारे परीक्षा की कॉपियों को लिखता देख वहां के केंद्राधीक्षक समेत सभी वीक्षक चौंक पड़े। गोपाल अपने परिवार में दो भाइयों में सबसे बड़ा है। उसके पिता श्याम लाल महतो किसान हैं, जबकि माता चंद्रकला देवी गृहिणी है।
आरएलएसवाई कॉलेज के केंद्राधीक्षक राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि छात्र दोनों हाथों से दिव्यांग है और अपने पैर में कलम फंसा कर परीक्षा दे रहा है। यह छात्र उन हजारों दिव्यांगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। गोपाल ने बताया कि उसकी प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही विद्यालय में हुई। इसके बाद उसने बगहा के एन बी एस मिल्स हाई स्कूल में पढ़ाई की है। सिलेबस पूरा करने के लिए बगहा में कोचिंग भी की। वह अपने चचेरे भाई बलिराम महतो के साथ परीक्षा देने आता है। परीक्षा केंद्र पर कोई परेशानी नहीं होती है। वह हिंदी विषय का अध्यापक बनना चाहता है।
Bihar: भाजपा विधायक रश्मि वर्मा को फोन पर धमकी, अपराधी ने कहा- पिस्टल नहीं अब एके-47 चलेगा, रोक सको तो रोक लो यह भी पढ़ें


गोपाल ने बताया कि वह जन्म से दिव्यांग है, जन्म के साथ ही उसके दोनों हाथों ने काम करना बंद कर दिया। समय के साथ गोपाल के शरीर का तो विकास होता रहा, लेकिन हाथ का विकास नहीं हो सका। गोपाल को बचपन से ही पढ़ाई का शौक था। उसने अपनी कमजोरी को कभी भी पढ़ाई के आड़े नही आने दिया। समय के साथ उसने अपने हौसले के बदौलत पैर से कलम पकड़ पढ़ाई शुरू की। आज वह पैरों के बदौलत मैट्रिक की परीक्षा लिख रहा है।
बगहा: दो महीने पहले अपहृत युवती का मिला शव, जहर देकर हत्या करने की आशंका; मृतका की बहन ने कराई नामजद प्राथमिकी यह भी पढ़ें



राम लखन सिंह यादव कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर राजेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि इन बच्चों की प्रतिभाओं को निखारने की आवश्यकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह बच्चा एक दिन जिले का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने अधिकारियों से इस बच्चे को सहयोग करने की अपील की है।


अन्य समाचार