औरंगाबाद: बैंक में सीसीटीवी से अधिक लुटेरों की आप पर है नजर, कटिहार के कोढ़ा का गिरोह सक्रिय



संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। बैंक से रुपये लेकर निकले ग्राहकों से छिनतई की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। यह चिंता का विषय है।
दरअसल, कटिहार के कोढ़ा का गिरोह सक्रिय है और सभी बैंक शाखाओं में उसके सदस्य रहते हैं, जो ग्राहकों पर नजर रखते हैं।
जैसे ही कोई सॉफ्ट टारगेट चिह्नित होता है, उसका वे पीछा करते हैं और मौका देखते ही झपट्टा मारकर या उनकी बाइक की डिक्की से पैसा निकाल कर भाग जाते हैं।

पुलिस पदाधिकारियों के अनुसार बदमाशों की कोशिश रहती है कि पुलिस की पकड़ में ना आएं, इसलिए वह हथियार का इस्तेमाल नहीं करते।
इस गिरोह के किसी सदस्य के पास से आज तक हथियार नहीं मिला है। ये किसी अभियान में या सड़क पर सामान्य जांच में भी नहीं पकड़े जाते हैं।
एक बात यह भी है कि कोढ़ा गिरोह के सदस्य अपने वाहनों के दस्तावेज दुरुस्त रखते हैं ताकि किसी भी जांच में पकड़े न जाएं।
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बैंक में ऐसे लोगों को पकड़ना मुश्किल है। पुलिस अधिकारियों और बैंक अधिकारियों से बातचीत में इससे जुड़ी कुछ बातें सामने आई हैं।
सबसे पहले तो पासबुक और अन्य जरूरी कागजात लेकर कोढ़ा गिरोह के सदस्य बैंक में खड़े रहते हैं। कोई एटीएम लेकर तो कोई पैसा निकालने या जमा करने के लिए लाइन में खड़ा होता है।
पुलिस पदाधिकारी के अनुसार, छिनतई की कोई घटना यदि सीसीटीवी कैमरे में कैद हो भी जाती है तो भी लुटेरे को पकड़ना मुश्किल होता है।

यदि लूटने वाले की तस्वीर साफ है तब भी सबसे बड़ी समस्या उसकी पहचान को लेकर होती है।
आम तौर पर इस तरह की घटनाओं को कटिहार के कोढ़ा गांव के निवासी अंजाम देते हैं। ऐसे में गांव में लुटेरे की तस्वीर ले जाकर पूछने पर भी कोई शिनाख्त नहीं करता।
इसके अलावा यदि लुटेरे की तस्वीर मिल भी गई तो उसे बैंक या अन्य किसी जगह पर चस्पा करने की एक तय प्रक्रिया के तहत ही लगाया जाता है।

दाउदनगर क्षेत्र में स्थित किसी भी बैंक में नहीं लगाई गई है, ऐसा क्यों है। इस सवाल पर थाना अध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि किसी की तस्वीर यूं ही नहीं लगा दी जाती है। उसके लिए तय प्रक्रिया है और अभी तक इस प्रक्रिया के तहत किसी चिह्नित बदमाश की तस्वीर बैंक में नहीं लगाई गई है। आगे इस तरह की कार्रवाई की जा सकती है।

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