Bihar Crime: सिलाव में ताड़ी उतारकर घर लौट रहे अधेड़ की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या, स्वजन में मचा कोहराम



संवाद सूत्र, सिलाव। थाना क्षेत्र अंतर्गत लक्ष्मीपुर भूई मार्ग में पहेतिया मोड़ के निकट मंगलवार सुबह एक अधेड़ की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मरने वाला अधेड़ भूई गांव निवासी 50 वर्षीय खेलावन चौधरी है।
गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास खेतों में फसल कटाई कर रहे किसान, मजदूर जब तक कुछ समझ पाते; बदमाश घटना को अंजाम देकर बाइक से फरार हो गए।

मौत की खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। जानकारी के बाद आसपास गांव के सैकड़ों लोगों के अलावा अधेड़ की पत्नी, पुत्र व अन्य स्वजन घटनास्थल पर पहुंचे।
स्वजन के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। घटना की जानकारी होते ही डीएसपी प्रदीप कुमार एवं स्थानीय थानाध्यक्ष राकेश कुमार दल-बल के साथ पहुंचे।
उन्होंने स्वजन को समझाकर तथा बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेज दिया।

घटनास्थल पर मौजूद डीएसपी प्रदीप कुमार ने आशंका जताई कि शायद ताड़ी के विवाद में हत्या की गई है। बहरहाल पुलिस सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है।
खेलावन चौधरी तार के पेड़ से ताड़ी निकालने का काम वर्षों से कर रहा था। रोज की भांति खेलावन मंगलवार की सुबह घर से तार चढ़ने लक्ष्मीपुर खंधा गया था।
वहां से ताड़ी उतारकर अपने गांव भूई वापस जा रहा था। तभी पहले से घात लगाए बाइक सवार अपराधी पहेतिया मोड़ के निकट मरारी पर पहुंचते ही खेलावन चौधरी को रोककर गोली मार दी।

एक गोली पीठ में एवं एक गोली गले में मारकर धारदार हथियार से गला भी रेत डाला, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर अपराधी बाइक से भाग निकले।
आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों ने बताया कि घटना तकरीबन सुबह साढ़े सात बजे की है। पहेतिया मोड़ के पास दो बाइक सवार व्यक्ति काफी देर से गाड़ी खड़ी कर बैठे थे।
खेलावन चौधरी जैसे ही घर की ओर जाने के लिये उक्त स्थान के पास पहुंचा, दोनों ने उसे रोककर गोली मार दी। इसके बाद खेलावन का शव जमीन पर सड़क किनारे पड़ा हुआ था।

वहां पर शव के पास ही दो मिट्टी के बर्तन में ताजा निकाली गई ताड़ी भी रखी थी। खेलावन का औजार, पसली एवं रस्सी भी रखे हुए थे।
हत्या की सूचना मिलते ही स्वजन के साथ पास पड़ोस के घरों में कोहराम मच गया। खेलावन चौधरी की पत्नी उषा देवी हत्या की खबर सुनकर अचेत हो गई, जिसे इलाज के लिए स्थानीय चिकित्सक के पास भेजा गया।
पुत्र नीतीश चौधरी, छोटू चौधरी, सतेंद्र चौधरी का भी पिता के शव से लिपट रो-रोकर बुरा हाल था। पुत्रों की मानें तो दुश्मनी के चलते घटना का अंजाम दिया गया है।

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