बिहार पुलिस का जवान चुराता है मोबाइल, भीड़ वाली जगहों पर करता है छिनैती, SP स्वामी तक पहुंचाते हैं बरामद सामान



संवाद सहयोगी, किशनगंज: जिले में पुलिसकर्मी ही मोबाइल चोरी कर रहे हैं, यह सुनने में अटपटा लग सकता है, लेकिन सच्चाई यही सामने आई है। लोगों ने बिहार पुलिस के एक जवान को सदर अस्पताल से मोबाइल चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। पहले जमकर पिटाई की और फिर पुलिस को सौंप दिया। एक और पुलिस चोरी का सामान बरामद कर स्वामियों को दे रही है, जबकि ऐसे पुलिसकर्मी चोरी की घटना को अंजाम देकर पूरे सिस्टम को मैला कर रहे हैं।

दरअसल, बुधवार को पश्चिम पाली से आरोपित बिहार पुलिस का जवान धीरज कुमार ई-रिक्शा पर बैठकर सदर अस्पताल पहुंचा। ई-रिक्शा चालक को झांसे में लेकर उसका मोबाइल लेकर भाग निकला। ई-रिक्शा चालक के शोर मचाने पर वहां मौजूद सदर अस्पताल के गार्ड और स्थानीय लोगों ने उसे खदेड़कर स्टेशन रोड डंपिंग ग्राउंड के पास दबोच लिया। फिर उसकी जमकर पिटाई की और बाद में पुलिस को सौंप दिया।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी बिहार पुलिस का जवान पश्चिम पाली का निवासी है और पुलिस केंद्र में पदस्थापित है। वह अक्सर मोबाइल चोरी और छिनैती की घटना को अंजाम दे रहा था। सदर अस्पताल या भीड़ वाले इलाके में झांसा देकर मोबाइल लेकर भागना ही उसका काम था, लेकिन इस बार जवान लोगों के हत्थे चढ़ गया।

 पिटाई के बाद पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि मंगलवार को उसने रूईधासा निवासी ई-रिक्शा चालक हबीबुर्रहमान का मोबाइल चोरी कर उसे मात्र दो हजार से कालू चौक स्थित एक मोबाइल दुकान में बेच दिया था। उसने हाल के दिनों में सदर अस्पताल से कई मोबाइल चोरी करने की बात भी स्वीकार की।
बता दें कि पकड़े गए आरोपी पुलिस जवान को नशे की बुरी लत है। वह अपनी तलब बुझाने के लिए चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है। बीते साल 13 नवंबर को भी उसे सदर अस्पताल में मोबाइल चोरी करने के आरोप में लोगों ने पकड़ लिया था और जमकर पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया था, लेकिन पीड़ित की ओर से शिकायत दर्ज नहीं कराए जाने के कारण उसे छोड़ दिया गया था।

इस मामले में भी शिकायतकर्ता की ओर से शिकायत नहीं की गई है, ऐसे में वह थाना से फिर रिहा हो जाएगा। इस मामले में सदर थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह कुछ भी कहने से कतराते रहे और कोई जानकारी नहीं होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।

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