Bihar Crime: 15 दिन में ग्रामीण बैंक की दो शाखाओं में दिनदहाड़े लूट, अब तक पुलिस को नहीं मिला कोई सबूत



जागरण संवाददाता, समस्तीपुर: जिले में महज 15 दिनों के अंतराल में अपराधियों ने दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की दो शाखाओं को निशाना बनाया। विगत 1 मार्च को उजियारपुर थाना क्षेत्र के चांदचौर शंकर चौक स्थित ग्रामीण बैंक की शाखा से 9 लाख 45 हजार रुपये लूटे। इसके दो हफ्ते बाद मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर एलौथ स्थित औद्योगिक क्षेत्र के निकट उसी बैंक की दूसरी शाखा से 19 लाख 16 हजार 966 हजार रुपये लूट लिए।

इससे पहले वारिसनगर थाना क्षेत्र स्थित एक सीएसपी संचालक से अपराधियों ने छह लाख 20 हजार रुपये लूट लिए। बैंक वाली दो घटनाओं में घटनास्थल के बीच की दूरी करीब 13 किलोमीटर है और एनएच-28 के बिल्कुल करीब है। बैंक लूट की दोनों घटनाओं में पुलिस को अपराधियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक विशेष टीम गठित की है। इसके अलावा, डीआईयू व तकनीकी सेल को भी इस काम में लगाया गया है। मामले की छानबीन में जुटी पुलिस टीम को बैंक लूट की दोनों घटनाओं में काफी समानता नजर आ रही है। बैंक लूट की दोनों घटनाएं बुधवार को हुईं।
महिला ने सोते पति की हत्याकर शव आंगन में डाला, फिर चिल्लाने लगी- कोई मेरे पति को मारकर भाग गया; गिरफ्तार यह भी पढ़ें
बैंक की दोनों शाखाओं में लूट के दौरान एक जैसे तरीके अपनाए गए हैं। वारदात करने वाले अपराधियों की संख्या चार थी। लूटपाट के दौरान पहचान छिपाने के लिए अपराधियों ने चेहरे पर हेलमेट, टोपी व मास्क लगा रखे थे। बैंक खुलते ही अपराधियों ने धावा बोला। पहले पिस्टल की नोक पर बैंक कर्मियों को कब्जे में लिया फिर लॉकर से रुपये लूटकर भाग निकले।
घटना के वक्त ग्रामीण बैंक की दोनों शाखाओं में सुरक्षा गार्ड नहीं थे। वारदात को अंजाम देने वाले अपराधी दो बाइक से आए। बैंक से लूटी गई रकम लेकर एनएच-28 के रास्ते भाग निकले। सीसीटीवी फुटेज में लूटपाट के दौरान अपराधियों की गतिविधियां कैद हुई हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि एक ही अपराधी गिरोह ने इन दोनों घटनाओं को अंजाम दिया हो।
Samastipur में ग्रामीण बैंक से 20 लाख की लूट, पिस्टल के बल पर कर्मियों को बंधक बनाया; दिनदहाड़े घटना से दहशत यह भी पढ़ें
 घटना की छानबीन में जुटी पुलिस का अनुमान है कि बैंक लूट की इस दोनों घटनाओं की कड़ी एक दूसरे से सुलझ सकती है। फिलहाल, जांच प्रभावित होने के कारण पुलिस कुछ बताने से परहेज कर रही है। बता दें कि बुधवार को मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर एलौथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में घुसकर अपराधियों ने दिनदहाड़े 19 लाख 16 हजार 966 हजार रुपये लूट लिए।

पुलिस ने जारी की लुटेरों की तस्वीर, सूचना के लिए नंबर जारी
मुसरीघरारी थाना क्षेत्र के हरपुर एलौथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में बुधवार को लूट की घटना में शामिल बदमाशों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। स्थानीय पुलिस ने बदमाशों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आम लोगों से अनुरोध किया गया है कि सीसीटीवी कैमरे में कैद उक्त तस्वीर में अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति आसपास दिखें तो स्थानीय पुलिस को तत्काल इसकी सूचना दें। पुलिस को सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखा जाएगा। पुलिस से संपर्क स्थापित करने के लिए मोबाइल नंबर 9431822993 और 9431800059 जारी किया गया है।

हरपुर एलौथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में बुधवार को दिनदहाड़े हुई लूट की शाखा प्रबंधक प्रेमाश्रय प्रियदर्शी ने गुरुवार को एफआईआर दर्ज कराई है। बताया है कि बुधवार को बैंक के खुलते ही चार बदमाश बैंक के अंदर घुस गए। बदमाशों ने चेहरे पर हेलमेट और मास्क लगा रखे थे। अंदर घुसते ही बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर कर्मियों को कब्जे में ले लिया। इसके बाद लॉकर से 19 लाख 16 हजार 966 रुपये लूटकर फरार हो गए। थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अपराधियों की पहचान की जा रही है।


बैंक की सुरक्षा से वाकिफ थे बदमाश
शहर के बाहर सिंगल मैन ब्रांच में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी कोताही बरती जा रही है। जिला पुलिस बैंकों में एडवाइजरी जारी कर सुरक्षा के तमाम इंतजाम करने को कहती है, लेकिन इस पर कार्रवाई नहीं होती है। निजी एजेंसी के माध्यम से वित्तीय संस्थानों में अब स्थायी तौर पर भी सुरक्षा गार्ड मिल रहे हैं। बुधवार को जिस वक्त हरपुर एलौथ स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में लूट की घटना हुई, उस वक्त बैंक में शाखा प्रबंधक, तीन अन्य कर्मी और एक उपभोक्ता मौजूद था, जबकि एक भी सुरक्षा गार्ड नहीं था। इससे पता चलता है कि अपराधियों ने पहले रेकी की और फिर लूट की योजना बनाई।

 सहायक बैंक प्रबंधक मनीष ठाकुर ने बताया कि बैंक शाखा में पहले एक चौकीदार की प्रतिनियुक्ति की गई थी, लेकिन दो माह से वह भी नहीं आ रहा है। इधर, स्थानीय पुलिस ने बताया कि मुसरीघरारी थाना इलाके में सात बैंक संचालित हैं, जबकि चौकीदार की संख्या महज छह है। चौकीदारों के अन्य काम भी होते हैं। इसलिए बैंक में स्थायी तौर पर चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति नहीं की जा सकती।
लूट की घटना के दूसरे दिन बैंक शाखा में सामान्य रूप से कामकाज चलता रहा। दिनभर लेन देन के लिए उपभोक्ताओं का आना-जाना लगा रहा। वरीय प्रबंधक अवकाश पर थे। बुधवार को हुई घटना को लेकर बैंक कर्मियों के चेहरे पर भय की लकीरें नजर आईं। सहायक बैंक प्रबंधक मनीष ठाकुर ने बताया कि बैंक शाखा में सुरक्षा के ठोस इंतजाम नहीं रहने से कर्मियों में भय बना रहता है। स्थानीय पुलिस से सुरक्षा कर्मी की प्रतिनियुक्ति के लिए आग्रह किया गया है। स्थानीय पुलिस की ओर से फिलहाल बैंक शाखा के आसपास कुछ पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।



अन्य समाचार