एक 'मोदी' से हुई भिड़ंत तो सत्ता से हुए दूर, दूसरे 'मोदी' से हुआ सामना तो लोकसभा की सदस्यता निरस्त

24 Mar, 2023 10:56 PM | Saroj Kumar 168

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पहले उनको मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा हुई। फिर उसके बाद आज उनकी लोकसभा सदस्यता भी चली गई। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें देश के पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था।


वहीं, 2023 उनकी भिड़ंत एक और मोदी से हुई। इसके चलते राहुल गांधी को सजा के साथ सांसद की सीट भी गंवानी पड़ी। मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी ने 2019 में विवादित टिप्पणी की थी। इस मामले पर गुजरात की सूरत पश्चिम सीट से विधायक पूर्णेश मोदी ने कांग्रेस नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। इसी मामले में कांग्रेस नेता को सजा हुई है।


मोदी से हुई भिड़ंत तो हुए सत्ता से दूर
2014 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और बीजेपी में टक्कर हुई। चुनाव में पहले ऐसे प्रतीत हो रहा था कि कांग्रेस अच्छी टक्कर देगी लेकिन रिजल्ट में पार्टी फुस्स हो गई। दमदार रणनीति और मोदी के करिश्मे से बीजेपी बहुमत से सत्ता हासिल करने में कामयाब रही। बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन को 336 सीटें मिली थी जबकि भाजपा ने 282 सीटें जीती थीं। इस चुनाव में कांग्रेस के खाते में कुल 44 सीटें आईं।


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इसके बाद से ही लगातार कांग्रेस अपना दबदबा खोती चली गई। इसी हार के साथ ही राहुल गांधी की लीडरशिप को बड़ा झटका लगा था। पीएम मोदी से पहली भिड़ंत में राहुल ढेर हो गए थे। उसके बाद से अब तक राहुल कोई करिश्मा नहीं दिखा सके हैं। यहां तक कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं।


2019 लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार
2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से राहुल गांधी का आमना-सामना पीएम नरेंद्र मोदी से हुआ लेकिन इस बार भी राहुल को मुंह की खानी पड़ी। लोकसभा चुनावों में फिर से मोदी पीएम बने। लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA के खाते में 352 सीटें आईं थी।


वहीं, कांग्रेस को कुल 52 सीट मिली थी। इसी के साथ कांग्रेस की अगुवाई वाले UPA गठबंधन को कुल 92 सीटें ही मिली थी। कांग्रेस मजबूत विपक्ष के रूप में भी खुद को साबित नहीं कर पाई थी। धीरे-धीरे देश के विभिन्न राज्यों की सरकार से भी कांग्रेस का सफाया होता चला गया। देश के बहुत कम राज्यों में कांग्रेस की सरकार है। अभी सिर्फ राजस्थान, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है।


राहुल गांधी ने गंवाई लोकसभा सदस्यता
2014 और 2019 लोकसभा चुनावों में मोदी से सामना होने से कांग्रेस का सत्ता से सफाया हो गया तो वहीं 2023 में एक और मोदी से भिड़ंत होने पर राहुल की लोकसभा सदस्यता चली गई। 'मोदी सरनेम' पर विवादित टिप्प्णी करने के चलते कल सूरत कोर्ट ने उन्हें दोषी ठहराते हुए दो साल की सजा सुनाई थी तो वहीं आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद की भी सदस्यता गंवानी पड़ी।


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2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में चुनावी रैली के दौरान राहुल गांधी ने 'मोदी सरनेम' पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा, "सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है?" उनके इस बयान से घमासान मच गया। इस मामले को लेकर बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी कोर्ट गए। उन्होंने कांग्रेस नेता के बयान को पूरे मोदी समाज का अपमान बताया। इस मामले की सूरत कोर्ट ने सुनवाई की और कोर्ट ने भी माना कि उनकी टिप्पणी ठीक नहीं थी।


राहुल को कोर्ट ने दो साल की सजा सुना दी। इसी कारण से उनको लोकसभा सीट से अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी। पहले मोदी (पीएम मोदी) से भिड़ने पर उनकी पार्टी में पकड़ खत्म हुई तो दूसरे मोदी (पूर्णेश मोदी) के साथ भिड़ंत में उन्हें जेल की सजा हुई और उसके बाद सदस्यता से भी हाथ धोना पड़ गया।


 

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