पत्‍नी के बुलाने पर प्‍लेन से आया पति, अपनी ही मां के पेट में घोंपे चाकू; हालत गंभीर, बहन-जीजा को भी दौड़ाया



दरभंगा, जागरण संवाददाता: सिंहवाड़ा थानाक्षेत्र के निस्ता गांव में मंगलवार को एक बेटे ने अपनी ही मां पर जानलेवा हमला कर दिया, जिस बेटे को महमूदा खातून मुन्नी ने जन्म दिया वही रमजान के महीने में उसके खून का प्यासा हो गया।
आरोपित पुत्र निजामुद्दीन उर्फ ईफ्तेखार को खदेड़कर दबोच लिया। खून से सने चाकू को लोगों ने छीनकर निजामुद्दीन की जमकर धुनाई कर दी। 
उधर, महमूदा खातून मुन्नी खून से लथपथ होकर छटपटा रही थी। बावजूद इसके निजामुद्दीन को अपनी करतूत पर कोई अफसोस नहीं था। आरोपी बेटा बार-बार कह रहा था कि यह मेरी मां नहीं दुश्मन है।

इसने मेरे दिल के टुकड़े पत्नी के साथ विवाद कर मारपीट की। इसका परिणाम वह भोग रही है। यह सुन लोग पुलिस के आने तक उसकी धुनाई करते रहे।
सिंहवाड़ा सीएचसी से रेफर हुई महमूदा खातून मुन्नी दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। पेट में चाकू लगने से उसकी आंत बाहर निकल आई। कई इंटरनल ऑर्गन्‍स को भी नुकसान पहुंचा है। इस कारण देर रात तक आपरेशन नहीं हो सका। बेहोशी की हालत में वह भर्ती है। 

खेत में गेहूं काट रहे गांव के कई लोगों ने बताया कि महमूदा खातून मुन्नी अपनी बेटी और दामाद के साथ गेहूं काट रही थी। इसी क्रम में उसका पुत्र निजामुद्दीन मुंबई से पहुंचा। पुत्र को देख मां खुश हो गई। रमजान के महीने में पुत्र को देख महमूदा के खुशी का ठिकाना नहीं था। 

गेहूं के बोझे को छोड़कर वह दौड़कर पुत्र से गले मिलने के लिए दौड़ पड़ी। तब तक उसे एहसास नहीं था कि पुत्र उसके खून का प्यासा है। पास जाते ही निजामुद्दीन ने चाकू से अपनी मां के पेट में ताबड़तोड़ चाकू से वार कर दिए।

मां के चीख सुनकर आस-पास के खेत से लोग दौड़ पड़े। खून से लथपथ मां को छटपटाते हुए देख उसकी पुत्री और दामाद बचाने के लिए दौड़े तो सनकी बेटे ने उन दोनों के ऊपर भी चाकू से हमला करने की कोशिश की।
नतीजा यह हुआ कि उन दोनों को भी भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। इस बीच जख्मी मुन्नी को सिंहवाड़ा अस्पताल में भर्ती कराया।

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