भाजपा नेता की गाड़ी में हत्या की नीयत से ट्रक ने मारी टक्कर: पूर्व विधायक व बॉडीगार्ड घायल, कार भी क्षतिग्रस्त



जागरण संवाददाता, जहानाबाद: अरवल सदर प्रखंड के कोरियम गांव के पास रविवार को एनएच-139 पर एक ट्रक ने अरवल के पूर्व भाजपा विधायक चितरंजन कुमार की गाड़ी में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में पूर्व विधायक के चेहरे, सीने व गर्दन पर चोट आई है। भाजपा नेता के बॉडीगार्ड विजय मिश्रा भी चोटिल हो गए।
पूर्व भाजपा विधायक चितरंजन कुमार और उनके बॉडीगार्ड को इलाज के लिए अरवल सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। ट्रक से टक्कर लगने के कारण कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। पूर्व विधायक ने हत्या का संदेह जताते हुए सदर थाने में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है।

भाजपा नेता चितरंजन कुमार पटना से अरवल आ रहे थे। उन्हें यहां भाजपा के बूथ स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होना था। पटना जिले के मसौढ़ी के नीमा गांव निवासी पूर्व विधायक ने बताया कि हमारी गाड़ी इनोवा में अज्ञात ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी, जिससे हमारे अंगरक्षक विजय मिश्रा को चोटे आई हैं। मुझे भी चेहरा, छाती और गर्दन में चोट लगी है। गाड़ी में तीन लोग सवार थे। ट्रक ने पीछे से टक्कर मारना संदेहास्पद लगता है। इस मामले को लेकर आवेदन सदर थाने को दिया गया है।

चितरंजन कुमार और उनका परिवार लंबे समय से अपराधियों के निशाने पर रहा है। पांडव सेना के सरगना नीमा गांव के कुख्यात संजय सिंह से अदावत में इनके दो सगे भाई और दो रिश्तेदारों की अलग-अलग जगहों पर हत्या कर दी गई।
26 अप्रैल 2022 को जहानाबाद शहर में डीएम-एसपी आवास के समीप श्रीराम आश्रम में घुसकर हमलावरों ने पूर्व विधायक के रिश्तेदार होटल व्यवसायी नीमा गांव निवासी अभिराम शर्मा को गोलियों से भून दिया था। इस हत्याकांड के करीब आधे घंटे बाद ही मसौढ़ी बाजार में पूर्व विधायक के एक और रिश्तेदार दिनेश शर्मा की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। दोहरे हत्याकांड के अगले माह ही 31 मई को अपराधियों ने पटना शहर में पूर्व विधायक के दो सगे भाइयों शंभू शर्मा व गौतम शर्मा की एक साथ सरेशाम गोली मारकर हत्या कर दी थी।

भाजपा नेता की ओर से पटना जिले के मसौढ़ी थाने व पटना के पत्रकार नगर थाने में पांडव सेना का सरगना कुख्यात संजय सिंह समेत उसके भाई व गुर्गों पर मुकदमे दर्ज किए। पटना के फुलवारीशरीफ से नौबतपुर के कुछ शार्प शूटरों को पटना पुलिस ने दबोचा था। शार्प शूटरों ने सभी चार हत्याकांड के लिए संजय सिंह से मोटी सुपारी मिलने की बात कही थी। दो जिले की पुलिस संजय सिंह को तलाश रही है, लेकिन कुख्यात बदमाश आजतक पटना या जहानाबाद पुलिस के हाथ नहीं लगा।

थानों में धूल से सनी पड़ी कई पुरानी फाइलों की तरह अभिराम शर्मा, दिनेश शर्मा, शंभू शर्मा व गौतम शर्मा की मर्डर फाइल पर भी धूल की परत चढ़ गई। संजय सिंह भूमिगत हो गया तो पुलिस ने भी शायद उसकी तलाश छोड़ दी। यही वजह होगी कि करीब एक साल बाद भी वह सलाखों के पीछे नहीं पहुंच सका।


अन्य समाचार