औरंगाबाद में आग: एक परिवार की मां-बेटी और सास समेत 5 की मौत, पड़ोस के दो बच्चों की भी चली गई जान; मचा कोहराम



जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। बिहार के औरंगाबाद जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हेतमपुर अनुसूचित जाति टोला स्थित तीन घरों में गुरुवार दोपहर आग लग गई।
बिजली के खंभे से घर में गए बिजली के तार में हुए शार्ट-सर्किट से आग लगी। घर में आराम कर कर रहे मां-बेटी और सास के साथ पांच की झुलसकर मौत हो गई।
दो झुलसकर घायल हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि संतलेश भुइंया की पत्नी रीना देवी (28 वर्ष), दो वर्षीय पुत्री रानी कुमारी, सास गीता देवी (51 वर्ष) पति विनय उर्फ मुनई भुइयां, पड़ोसी प्रमोद भुइयां के पुत्र धीरज कुमार (आठ वर्ष ) और देवन भुइयां की पुत्री रानी कुमारी (सात वर्ष ) की मौत हो गई।

धीरज एवं रीना आग से झुलसकर घायल हो गए थे। दोनों की मौत सदर अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हुई है। आग से झुलसे विनय की पुत्री रीना कुमारी और प्रमोद भुइयां की पुत्री आरती कुमारी की हालत गंभीर बताई जाती है।
सदर अस्पताल में इलाज के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया है। घटना की सूचना पर एडीएम आशीष कुमार सिन्हा, एसडीएम विजयंत समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पहुंचे।
Bihar: औरंगाबाद में घर में लगी भीषण आग, एक ही परिवार के तीन की मौत; चार लोग झुलसे यह भी पढ़ें
सूचना पर अग्निशमन वाहन भी पहुंचा और घर में लगी आग को बुझाया। अग्निशमन वाहन के पहुंचने के पहले ही तीनों की मौत हो गई थी। चार लोग झुलस गए थे। तीनों घर पुरी तरह जलकर राख हो गए हैं।
विनय के ससुर सीता भुइयां ने बताया कि घर के ऊपर टंगे बिजली के तार में शार्ट-सर्किट से फूस की झोपड़ी ने आग पकड़ ली थी।
तेज धूप और लू के कारण आग ने तीन घरों को अपनी चपेट में ले लिया। उनकी बेटी, नतिनी और नाती की पत्नी की मौत हो गई।
मैंने मंत्री तेजप्रताप को नहीं दी धमकी... आग्रह किया, गिरफ्तार आरोपी ने खुद को बताया राजद विधायक का रिश्तेदार यह भी पढ़ें
चार लोगों ने किसी तरह घर से बाहर निकल अपनी जान बचाई। बताया कि उनके दामाद विनय भुइयां अपने पूरे परिवार के साथ ससुराल में रहकर मजदूरी करते हैं। घटना के समय वे घर पर नहीं थे।
एक दिन पहले ही अपने गांव मदनपुर थाना क्षेत्र के सरैया गए थे। एडीएम ने बताया कि मृतक के आश्रित को चार-चार लाख मुआवजा का चेक प्रदान किया जाएगा।
आग से जले घर को सही करने के लिए तीनों घरों के मालिकों को 11-11 हजार रुपये दिए जाएंगे। कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत तीन-तीन हजार रुपये भी दिए जा रहे हैं।

अन्य समाचार