Anand Mohan: सुबह 6:15 बजे जेल से निकले आनंद मोहन, फिर कहां गए नहीं पता; जेल के बाहर समर्थक करते रहे इंतजार



 संवाद सूत्र, सहरसा: बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन गुरुवार सुबह सूर्योदय होते ही मंडल कारा सहरसा से बाहर निकल आए। बिहार सरकार ने उन्हें स्थायी तौर पर रिहा कर दिया है। गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी. कृष्णैया हत्याकांड में उन्हें आजीवन कारावास की सजा हुई थी, जिसमें से 15 साल कैद की सजा काट चुके हैं। हाल ही में जेल मैनुअल में संशोधन के बाद अब परमानेंट रिहाई हो गई है।
पूर्व सांसद की रिहाई की अधिसूचना  उनकी पैरोल अवधि में ही जारी की गई है। जेल से रिहाई के कारण गुरुवार सुबह से ही उनके उत्साही समर्थक मंडल कारा के पास जुट गए थे। जेल अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि सुबह 6:15 बजे पूर्व सांसद आनंद मोहन को रिहा किया गया है।

विधायक पुत्र चेतन आनंद की सगाई के लिए 15 दिनों की पैरोल पर बाहर निकलने के बाद बुधवार को आनंद मोहन वापस जेल गए थे, जहां से कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद गुरुवार की सुबह उन्हें रिहा कर दिया गया। पूर्व सांसद के समर्थकों की ओर से दिन में डेढ़ बजे  रिहा होने की सूचना दी गई थी, लेकिन पूर्व सांसद सुबह ही रिहा हो गए।  
 हालांकि, दोबारा निर्धारित स्थल  पर अपने समर्थकों से जेल गेट पर उनके आने की सूचना के कारण लोग दोपहर में घंटों इंतजार करते रहे। सदर थाना पुलिस व यातायात पुलिस भी तैनात रही। बाद में पूर्व सांसद के विधायक पुत्र चेतन आनंद और पुत्री सुरभि आनंद ने परिसदन के पास आकर समर्थकों से मिलकर पिता की ओर से लोगों का आभार व्यक्त किया।
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कहा कि मांगलिक कार्य के कारण पिताजी व मां निकल चुके हैं। वे लोग भी जा रहे हैं। इसके बाद वाहनों का काफिला उनके पैतृक गांव पंचगछिया की ओर निकल गया। वहां अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। सभा में भी पूर्व सांसद आनंद मोहन नहीं पहुंचे। उनके विधायक पुत्र चेतन आनंद ने ही लोगों को वहां भी संबोधित किया।

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