अभाविप के प्रांतीय अधिवेशन में नागरिकता संशोधन बिल को बताया सराहनीय

संवाद सूत्र, हाजीपुर :

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 61 वां प्रांतीय अधिवेशन मुजफ्फरपुर स्थित एलएस कॉलेज में हुआ। अधिवेशन में अभाविप ने लोकतंत्र की मजबूती के लिए छात्र हित में सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से काम करने पर बल दिया। अधिवेशन में पूरे बिहार से आए छात्रों एवं शिक्षकों के बीच कई प्रस्तावों पर चर्चा हुई। पहले प्रस्ताव के दौरान बिहार की वर्तमान शिक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई। प्रारंभिक शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी संस्थान, कल्याण छात्रावास एवं सामान्य छात्रावास सहित अन्य विषयों पर सदस्यों के बीच चर्चा की गई। इसके अलावा नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को एक सराहनीय कदम बताया गया। बीते 26 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर तक आयोजित अधिवेशन में पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नई कमेटी की घोषणा की गई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष के पद पर दोबारा प्रोफेसर शैलेश्वर प्रसाद का चयन किया गया। नए प्रदेश मंत्री के रूप में लक्ष्मी कुमारी का चयन किया गया इसके अलावा वैशाली जिला के जितेंद्र कुमार को वैशाली, मुजफ्फरपुर एवं सीतामढ़ी विभाग प्रमुख बनाया गया जबकि वैशाली जिला में जिला संयोजक का दायित्व रतिकांत मिश्रा को दिया गया। इसके अलावा जिला में हाजीपुर इकाई के शुभम सिंह, रवि रंजन मिश्रा, प्रोफेसर आभारानी को प्रदेश कार्यसमिति में शामिल किया गया। महनार से रजनीश कुमार सिंह, लालगंज से मनीष कुमार सिंह, महुआ से विकी कुमार को प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बनाया गया। प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह को जिला प्रमुख का दायित्व सौंपा गया। सभी नए पदाधिकारियों को राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य मृत्युंजय सिंह ने बधाई देते हुए संगठन के कार्य में तत्परता के साथ काम करने का सुझाव दिया।

Posted By: Jagran
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