असुविधाओं को लेकर सरकारी अस्पतालों से मरीजों का होने लगा मोहभंग

सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक व दवा के अभाव में मरीजों का नहीं होता इलाज, रेफर करने का रिकार्ड

चालू वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्य 12,17,299 के विरुद्ध आठ माह में 5,05,111 मरीजों का हुआ इलाज संवाद सहयोगी, लखीसराय : एक ओर जहां सरकार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का दावा कर रही है। वहीं दूसरी ओर जिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलने की बात तो दूर सामान्य बीमारियों का भी इलाज नहीं हो पर रहा है। इस कारण मरीजों का सरकारी अस्पतालों से मोह भंग होने लगा है। जिले के अस्पताल के ओपीडी में वर्ष 2019-20 में 12 लाख 17 हजार 299 मरीजों का इलाज करने का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें से आठ माह में मात्र पांच लाख पांच हजार 111 यानि निर्धारित लक्ष्य का 41 फीसद मरीजों का ही इलाज किया जा सका है। सदर अस्पताल में निर्धारित लक्ष्य का सबसे कम 28 फीसद मरीजों का ही इलाज हुआ है। कहने को तो सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने को लेकर सदर अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार नवजात के उपचार के लिए अत्याधुनिक उपकरणों से लैस एसएनसीयू, गैर संचारी रोग सेल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जा रहा है। परंतु अस्पतालों में चिकित्सकों, दवा एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था नहीं की जा रही है। इस कारण मरीजों का समुचित उपचार नहीं हो पा रहा है। सदर अस्पताल सहित जिले के सभी अस्पतालों में चिकित्सकों के स्वीकृत पद के विरुद्ध बमुश्किल तीस फीसद ही चिकित्सक पदस्थापित हैं। उनमें से भी अधिकांश चिकित्सक ड्यूटी से गायब रहते हैं। ओपीडी में 31 तरह की दवा की जगह मात्र 16 तरह की ही दवा मौजूद है।
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अस्पताल वार ओपीडी में मरीजों का इलाज करने का लक्ष्य व इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या सदर अस्पताल
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निर्धारित लक्ष्य - 3,97,144
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 67,031 पीएचसी हलसी
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निर्धारित लक्ष्य - 1,41,257
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 69,123 रेफरल अस्पताल बड़हिया
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निर्धारित लक्ष्य - 1,57,076
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 1,11,147 पीएचसी पिपरिया
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निर्धारित लक्ष्य - 64,940
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 24,123 पीएचसी रामगढ़ चौक
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निर्धारित लक्ष्य - 1,07,645
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 53,521 पीएचसी सूर्यगढ़ा
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निर्धारित लक्ष्य - 3,49,237
इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या - 1,36,372 कोट
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जिले में चिकित्सकों का घोर अभाव है। चिकित्सक के सृजित 143 पद की जगह मात्र 41 नियमित एवं 17 संविदा आधारित चिकित्सक ही पदस्थापित हैं। ऐसी स्थिति में परेशानी होना स्वाभाविक है। अस्पतालों में जरूरी दवा उपलब्ध करा दी गई है। शेष दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है।
- डॉ. सुरेश शरण, सिविल सर्जन, लखीसराय
Posted By: Jagran
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