इस साल 15 जनवरी को मनेगी मकर संक्रांति

गोपालगंज। मकर संक्रांति को प्रकृति की क्रांति के प्रारंभ का दिन भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन से प्राकृतिक वातावरण में भी विशेष रूप से परिवर्तन आता है। जन जीवन में भी वास्तविक उल्लास का संचार होता है। पंडित किशोर उपाध्याय बताते हैं कि इस बार भगवान भास्कर का मकर राशि में 15 जनवरी को सुबह 8.24 मिनट पर प्रवेश हो रहा है, जो 15 जनवरी को दिन के 3.28 बजे तक रहेगा। ऐसे में मकर संक्रांति 15 जनवरी यानि बुधवार को ही मनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति पर नदियों में स्नान के बाद अ‌र्घ्य दान देकर भगवान भास्कर की विधिवत पूजा अर्चना करनी चाहिए। इस पूजा से भक्तों को सकारात्मक उर्जा प्राप्त होती है। संक्रांति काल में गायत्री मंत्र और भगवान सूर्य की पूजा का विधान है। क्या है संक्रांति

वोट के लिए विपक्षी दल सीएए का कर रहे विरोध : आदित्य नारायण यह भी पढ़ें
गोपालगंज : सनातन धर्म में सूर्य जिस समय दूसरी राशि से मकर राशि में प्रवेश या संक्रमण करते हैं, उसे मकर संक्रांति कहा जाता है। वास्तव में मकर संक्रांति सूर्य उपासना का पर्व है। संक्रांति का शाब्दिक अर्थ है सूर्य अथवा किसी भी ग्रह की एक राशि का दूसरी राशि में प्रवेश करना। मकर राशि में प्रवेश करते ही भगवान भास्कर उत्तरायण हो जाते हैं। सूर्य जब कर्क राशि में आते हैं तो दक्षिणायन हो जाते हैं। सूर्य के दक्षिणायन होते ही शुभ कार्य पर प्रतिबंध लग जाता है। उत्तरायण देवताओं का दिन और दक्षिणायन उनकी रात्रि मानी जाती है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार