जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत जिले में 413 तालाबों को किया गया चिन्हित

जागरण संवाददाता, सुपौल: जल-जीवन-हरियाली मिशन योजना के तहत चालू वित्तीय वर्ष में जिले के 413 सार्वजनिक तालाबों को चिन्हित किया गया है। इन सभी तालाबों पर इसी वित्तीय वर्ष में जीर्णोद्धार का काम किया जाएगा। जिले में जिन 413 तालाबों का जीर्णोद्धार होगा उसमें 329 तालाबों का लघु जल संसाधन तथा 84 तालाबों का मनरेगा योजना से पूर्ण किया जाएगा। इसको लेकर विभाग ने सारी तैयारी कर ली है। मिली जानकारी के अनुसार जीर्णोद्धार के दौरान पोखर के चारों महारों पर पौधरोपण का भी कार्य किया जाएगा। ताकि मृत पड़े पोखर में जल संचय के साथ-साथ पौधरोपण कर पर्यावरण को बचाया जा सके। विभाग की मानें तो जल्द ही इन पोखरों पर कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। इसको लेकर बड़े पैमाने पर कार्य योजना शुरू कर दी गई है। कार्य के प्रथम फेज में 140 पोखरों को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया गया है। 42 पोखर को भी अतिक्रमण मुक्त करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। मिशन के तहत पोखरों का भौतिक सत्यापन कर कार्ययोजना तैयार की जाएगी। तत्पश्चात कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जहां तक मनरेगा से जिन 84 पोखरों का जीर्णोद्धार किया जाएगा वह कार्य ग्राम पंचायत के माध्यम से संपादित किया जाएगा। शेष जल संसाधन से होने वाले कार्य को लेकर निविदा के माध्यम से संपादित होगा। जीर्णोद्धार उपरांत पोखर के महार के चारों तरफ पौधरोपण का कार्य भी किया जाएगा। बताया गया कि मनरेगा योजना के द्वारा निजी पोखर निर्माण कार्य पूर्व की भांति चलता रहेगा। कोई भी व्यक्ति निजी पोखर का निर्माण इस योजना के तहत कर सकते हैं


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वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले में छह लाख लगाए जाएंगे पौधे
मिली जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 में पौधरोपण का लक्ष्य विभाग को प्राप्त हो चुका है। इस वर्ष जिले में छह लाख पौधरोपण का कार्य किया जाएगा। जो निजी और सरकारी जमीनों में पौधरोपण किया जाएगा। जिले में जिन छह लाख पौधरोपण को किया जाएगा उसमें 2 लाख 94 हजार मनरेगा तथा शेष वन विभाग द्वारा किया जाएगा। फिलहाल जिले में सार्वजनिक पोखरों के जीर्णोद्धार के लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।
Posted By: Jagran
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