सर्दी के मौसम में सावधानी जरूरी, लापरवाही पड़ सकती भारी

सीतामढ़ी। ठंड के मौसम में थोड़ी-सी लापरवाही बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है। इस मौसम में बच्चों में निमोनिया होने का खतरा रहता है। बच्चों के साथ बुजुर्गो को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। स्वाभाविक है ठंड से होने बाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर लोग नजरअंदाज करते हैं। सावधानियां बचाव के सर्वोत्तम उपाय हैं। इस मौसम में तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने के कारण बच्चों और बुजुर्गो का खास ख्याल रखना चाहिए। दैनिक जागरण कार्यालय में गुरुवार को'प्रश्न पहर'कार्यक्रम में फोन पर सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अब्दुल बासीत लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाव व एहतियात बरतने के लिए जरूरी सुझाव दे रहे थे। वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बाजपट्टी में भी चिकित्सा पदाधिकारी के रूप में पदस्थापित हैं। इन बीमारियों का बढ़ता है प्रकोप :

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अस्पतालो में मौसमी बीमारियों के शिकार मरीजों की तदाद बताती हैं कि लोग किस कदर लापरवाही बरत रहे हैं। इनमें अधिकांश मरीज सर्दी-जुकाम, खांसी और वायरल इंफेक्शन के शिकार हैं। बच्चों में डायरिया और रक्तचाप के मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी है। उन्होंने ठंड के दौरान लोगों को विशेष तौर पर सतर्क रहने और ठंड से परहेज करने की सलाह दी है। ठंड के समय लोगों को विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। ठंड के प्रकोप से रक्तचाप और हृदय रोगियों के साथ ही बच्चों में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण कोल्ड डायरिया, पीलिया और लकवा जैसे रोगों की संभावना काफी बढ़ जाती है। सावधानी बरतकर बीमारियों से हद तक बचा जा सकता है।
किसी ने बच्चे के बारे में पूछा तो कोई अपने बारे में
मोहनपुर चौक के गुड्डू उर्फ अमित कुमार ने पूछा-'मेरे भतीजा डेढ माह का है। उसकी नाभी का हिस्सा उपर निकला हुआ है। रोने पर बाहर अधिक निकल जाता है।'इस सवाल के जवाब में चिकित्सक ने बताया कि वह हर्निया का लक्षण हो सकता है। अभी छह माह तक कुछ करने की जरूरत नहीं है। उसके बाद कोई तकलीफ रह जाती है, तो सर्जन से मिलकर सुझाव ले सकते हैं। भवदेपुर के सुधीर कुमार ने पूछा-'ठंड के मौसम में शरीर में खुजलाहट बढ़ने के क्या कारण हैं और उससे बचने के उपाय बताइए?' चिकित्सक का कहना था कि घर के भीतर के एलर्जी के कारणों से बचें जैसे धूल, परफ्यूम, पालतू जानवर के फर और बाल ठंडी हवाओं आदि के संपर्क में न आएं, इसका ध्यान रखना चाहिए। सर्दियों में त्वचा को फटने से बचाने के लिए वैसलीन,पेट्रोलियम जैली या बॉडी लोशन लगाएं।यदि घर में किसी सदस्य को खुजली की बीमारी हो,तो उसका रूमाल,तौलिया,चादर आदि का इस्तेमाल न करें।खुजली से राहत नहीं मिल रही हो,तो चर्म रोग विशेषज्ञ को अवश्य दिखाएं। इन बातों का रखें ध्यान नहीं होंगे परेशान
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- सुबह शाम बीना गर्म कपड़ों के बाहर न निकलें।
- ठंड बढ़ने पर शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढंक कर रखना चाहिए।
- बाहर से आकर तुरंत गर्म कपड़े न उतारें।
- पानी का भरपूर सेवन करें। गुनगुना पानी का प्रयोग लाभदायक है।
-गर्म और ताजा खाना खाएं। बासी भोजन से परहेज करें।
- खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करें।
- बच्चों और बुजुर्गो को हमेशा गर्म स्थान पर रखना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर के मरीजों को ठंड से बचना चाहिए, नियमित व्यायाम करें।
- दूध पीने वाले बच्चों को नियमित अंतराल पर लगातार दूध देना चाहिए।
- गर्म पेय पदार्थ का अधिक सेवन करें, जरूरत पर ही बाहर निकलें।
- कोई परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें।
Posted By: Jagran
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