महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने पर परिचर्चा



पीएनबी मुख्य शाखा परिसर में स्थित एलडीएम कार्यालय में गुरुवार को नाबार्ड की ओर से वित्तीय समावेशन को ले बैठक हुई। जिसमें स्वंय सहायता समूह और जेएलजी के तहत महिलाओं को कैसे जीविका का साधन उपलब्ध कराते हुए उन्हें उद्यमी बनाया जाए, इस विषय पर परिचर्चा की गई। उद्यमी महिलाओं को कैसे बैंकों की मुख्य धारा से जोड़ा जाएं। इस विषय पर विस्तार से बताया गया। अध्यक्षता नाबार्ड के जिला प्रबंधक नाबार्ड संजय कुमार ने की। बैठक में क्षेत्रीय प्रबंधक रवींद्र सिंह जैन, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक सासाराम, एलडीएम एजाज हमीद, जीविका के डीपीएम आचार्य मम्मट समेत सभी बैंकों के जिला समन्वयकों ने इस संबंध में अपने महत्वपूर्ण विचार रखे। स्वंय सहायता समूह और जेएलजी ग्रुप का अधिक से अधिक गठन करने का सुझाव भी बैंक अधिकारियों ने दिया। जीविका डीपीएम ने बताया कि जीविका महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। गांवों में नियमित रूप से कैंप का आयोजन कर ग्रामीणों को स्वयं सहायता समूह की विस्तृत जानकारी और इससे होने वाले लाभ के संबंध में जागरूकता फैलाने का भी निर्णय किया गया। बैठक में एनजीओ, स्वयं सहायता समूह और बैंक मित्र भी उपस्थित थे।
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Posted By: Jagran
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