छह दिनों में सात लोगों की हत्या, पुलिस के हाथ सबों में खाली

बेगूसराय। बेगूसराय में हत्या जैसे अपराध हमेशा से आम रहे हैं। भूमि विवाद, माफिया के आपसी वर्चस्व में हुए गैंगवार समेत मामूली विवाद को लेकर हत्याओं का सिलसिला लगातार जारी रहा है। पुलिस रिकार्ड की मानें तो वर्ष 2019 में जिला में कुल 99 हत्या के वारदात दर्ज किए गए थे। वहीं वर्ष 2020 के पहले माह में महिला मुखिया समेत आठ लोगों की हत्या के मामले में पुलिस नतीजे पर पहुंचने का प्रयास कर ही रही है, वहीं फरवरी के पहले सप्ताह में बलिया व बछवाड़ा में दोहरे हत्या, चांदपुरा, फुलवड़िया व मुफस्सिल थाना क्षेत्र में बदमाशों ने सात हत्या की घटना को अंजाम देकर पुलिस को खुल्लमखुल्ला चुनौती दी है। पुलिस जांच में हाल में हुई हत्याओं के पीछे रंगदारी, आपसी विवाद व वर्चस्व की लड़ाई सामने आई है। हाल में हुई हत्याओं के सभी मामलों में पुलिस के हाथ खाली है। सभी मामलों की प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान के दौरान हत्यारों पर नकेल कसने का दावा कर रही है लेकिन परिणाम सिफर ही रहा है। एक फरवरी को हुई पिटाई से घायल युवक की मौत :


एक फरवरी को बदमाशों की पिटाई से घायल चांदपुरा थाना क्षेत्र के कैथ निवासी राजेश साह के पुत्र प्रदुम्न कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने नामजद आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर चांदपुरा रजौड़ा पथ जाम कर घंटों प्रदर्शन भी किया, लेकिन पुलिस एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जांच में मामला कैथ गांव में एक जनवरी को आयोजित मेले के दौरान पड़ोसी गांव तुलसीपुर के युवकों से विवाद होना बताया जाता है। मेले में छेड़खानी को लेकर तुलसीपुर के युवकों की पिटाई की गई थी। उक्त युवक की मौत मारपीट के प्रतिशोध के रूप में देखा जा रहा है। दो फरवरी को बलिया में दो युवकों को गला रेत की हत्या :
दो फरवरी को बदमाशों ने बलिया के जानीपुर में दो युवकों की हत्या गला रेत कर की और शव को एनएच-31 किनारे बागीचे में फेंक दिया गया। मृतकों की पहचान नूरजमापुर निवासी इन्द्रदेव चौधरी के 22 वर्षीय पुत्र विक्की कुमार व सत्यनारायण चौधरी के 14 वर्षीय पुत्र छोटू कुमार के रूप में की गई। पुलिस जांच में विक्की द्वारा प्रेम विवाह किए जाने से उपजे विवाद में हत्या की बात सामने आई थी। पुलिस एक भी आरोपी को अबतक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। तीन फरवरी को सड़क निर्माण में लगे दो कर्मियों को रंगदारों ने मारी गोली:
तीन फरवरी की रात रंगदारों ने बछवाड़ा थाना क्षेत्र के भरौल स्थित सोना इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के दो कर्मचारियों की गोली मार कर हत्या कर दी। मृतकों की पहचान मुजफ्फरपुर के औराई सरहथैया निवासी ब्रजकिशोर सिंह के पुत्र रजनीश कुमार व वैशाली जिले के जहांगीरपुर सलखनी निवासी मो. शमीम के पुत्र मो. कैसर आलम के रूप में हुई थी। पुलिस जांच में हत्या का कारण संवेदक से रंगदारी की मांग पूरी नहीं किए जाने और बिना सुरक्षा व्यवस्था के दुबारा काम शुरू करना बताया गया है। पुलिस अपराधियों को चिन्हित करने के दावे के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। चार फरवरी की रात मामूली विवाद में युवक की गोली मार हत्या:
चार फरवरी को बदमाशों ने फुलवड़िया थाना क्षेत्र के आरकेसी प्लस टू विद्यालय के समीप राजवाड़ा निवासी हरिशंकर राय के पुत्र प्रिस कुमार की गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस जांच में सरस्वती पूजा के दौरान आरोपितों से विवाद की बात सामने आई है। पिता के साथ घर लौट रहे युवक को रोक कर बदमाशों ने गोली मार हत्या कर दी। नामजद प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद भी पुलिस एक भी हत्यारे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पांच फरवरी की रात आपसी वर्चस्व में राजीव उर्फ गुजरा की हत्या:
पांच फरवरी की रात बदमाशों ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रतनपुर विष्णुपुर काली मंदिर के समीप अंधाधुंध फायरिग कर रामदीरी रामनगर निवासी स्व. नगीना सिंह के पुत्र राजीव कुमार उर्फ गुजरा की हत्या दी। हत्या के कारणों की पड़ताल में पुलिस लगी है। इस मामले में पुलिस ने तीन संदिग्ध युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों की हत्या में संलिप्तता की जांच की जा रही है। इस संबंध में एसपी अवकाश कुमार ने बताया कि हत्या के सभी मामलों में वैज्ञानिक व तकनीकी साक्ष्य के आधार पर अनुसंधान किया जा रहा है। सभी मामलों में हत्यारे चिन्हित किए जा चुके है जिनकी गिरफ्तारी भी देर सबेर कर ली जाएगी।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार