आशा व एएनएम ने सीखा फैमली फोल्डर बनाने का तरीका

गोपालगंज : जिला स्वास्थ्य समिति सभागार में पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर लगाकर जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत आशा कार्यकर्ता तथा एएनएम को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान आशा व एएनएम को सी-बैक फॉर्म भरने, फैमली फोल्डर बनाने, स्क्रिनिग में टैबलेट में डाटा अपलोडिग का तरीका बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान जिला स्वास्थ्य समिति के एमएंडई अनुराग कुमार ने बताया कि यह योजना ऐसे लोगों के लिए है जो ब्लड प्रेशर, शूगर तथा कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों पर उनका फैमिली फोल्डर रहेगा। जन आरोग्य प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में उसके पोषक क्षेत्र के परिवारों की फैमिली फोल्डर तैयार किया जा रहा है। मानसिक स्वास्थ्य के एमएंडई जयंत कुमार चौहान ने बताया कि जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर शरीर का अधिक वजन, मोटापा, हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, सांस की बीमारियों और मानसिक बीमारियों से ग्रसित मरीजों का स्क्रिनिग किया जा रहा है। अब लोगों को कैंसर, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, हाइपरटेंशन व डायबिटीज जैसी बीमारियों के इलाज की सुविधा मिल रही है। इसके लिए आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को चिन्हित करके उनका डाटा जुटाएंगी । इस जानकारी को अपडेट करने के लिए एक फार्मेट तैयार किया गया है। जिसको सीबैक फार्म के नाम से जाना जाता है। आशा कार्यकर्ता गैर संचारी रोग के मरीजों की पूरी जानकारी सीबैक फार्म के माध्यम से भर कर उसको अपनी एएनएम के पास जमा करेंगी। एएनएम और सीएचओ उसको अपने टैबलेट में अपलोड करेंगे। उसके बाद मरीज का उपचार किया जाएगा। हेल्थ एंड वेलनेस सेटरों पर इलाज कराने वाले मरीज की यदि हालत अचानक बिगड़ती है तो वहां तैनात चिकित्सक उस मरीज को सदर असपताल रेफर करेंगे। सभी मरीजों का उपचार शुल्क किया जाएगा।

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Posted By: Jagran
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