नल जल योजना में भ्रष्टाचार खत्म करने को ले फैलाएंगे जागरूकता

पश्चिम चंपारण। जिले में नल जल योजना में व्यापक लूट खसोट है। जिले के अधिकांश वार्ड में अभी तक नल जल योजना धरातल पर नहीं उतरी है। इससे वार्ड वासियों को शुद्ध पेयजल का लाभ नहीं मिल रहा है। कुछेक जगहों पर नल से जल की आपूर्ति भी हो रही है तो वह गुणवत्तापूर्ण नहीं है। कार्य में व्यापक अनियमितता है। हालांकि अभी जिला प्रशासन की ओर से इस भ्रष्टाचार की जांच कराई जा रही है। कई प्रतिनिधियों एवं सरकारी सेवकों पर प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। बावजूद इसके भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा है। इसको लेकर भारतीय आजाद मंच के प्रतिनिधिमंडल ने जिला पदाधिकारी के पास पहुंचे। जहां उन्होंने नल-जल योजना में व्याप्त अनियमितता सहित पांच सूत्री मांग पत्र जिला पदाधिकारी को सौंपा और उन्हें जिले की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। मंच के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश कुमार दुबे ने बताया कि नल जल योजना में व्यापक रूप से अनियमितता बरती गई है। साठी पंचायत अंतर्गत परसौना गांव के वार्ड नंबर तीन में नल-जल योजना मद में लाखों रुपये का गबन हुआ है। इसकी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। मौके पर जिला उपाध्यक्ष भास्कर राय, सागर कुमार, संजय कुमार, राजा कुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इनसेट पेयजल योजना में अनियमितता मामले में अध्यक्ष व सचिव पर प्राथमिकी - बीडीओ ने मुफस्सिल थाने में दर्ज कराया मामला जासं, बेतिया: मुख्यमंत्री ग्रामिण पेयजल निश्चय योजना के कार्यों में लापरवाही व कागजात संधारण में की गई अनियमितता को लेकर बीडीओ बसंत कुमार सिंह ने मुफस्सिल थाने में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराया है। बीडीओ ने पूर्वी करगहिया पंचायत के वार्ड पांच के क्रियान्वयन व प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मेहरुन नेशा व सचिव मुस्तफा आलम पर योजना में लापरवाही करने की बात कही है। वही दूसरे आवेदन में बानूछापर वार्ड पांच के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष निर्मला देवी व वार्ड सचिव मधुरेंद्र कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। बीडीओ ने बताया है कि दोनों जगह दो साल बीत जाने पर भी योजना का कार्य पूरा नही किया गया। इसे लेकर बीते अक्तूबर माह में स्पष्टीकरण भी मांगा गया था। लेकिन आरोपितों ने इसका जबाब नहीं दिया। बीडीओ ने बताया कि सर्वे के तहत पूर्वी करगहिया क्षेत्र के 150 घरों तक जलापूर्ति करानी थी। लेकिन अबतक केवल 70 घरों तक ही पेयजल पहुंचाया गया है। जबकि बानूछापर में 222 घरों में जलापूर्ति करनी थी। लेकिन अबतक केवल 130 घरों तक ही योजना का लाभ लोगों को मिला है। बानूछापर की प्रबंधन समिति ने योजना की कुल राशि बारह लाख अस्सी हजार की निकासी कर ली है। लेकिन कार्य पूरा नहीं किया है। मुफस्सिल थानाध्यक्ष असोक कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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Posted By: Jagran
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