जनसंख्या नियंत्रण की जिम्मेवारी भी महिलाओं के कंधे पर

- जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं ने दी पुरुषों को पटखनी

संवाद सूत्र, हवेली खड़गपुर (मुंगेर): सरकार की ओर से जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही है। लोगों को परिवार नियोजन को लेकर प्रेरित करने के लिए मोटिवेटरों (प्रेरकों) को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं व नसबंदी कराने वाले पुरुषों को भी प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। बावजूद महिलाओं की तुलना में पुरुष परिवार नियोजन मामले में काफी पीछे हैं। नसबंदी कराने वाले पुरुषों को ऑपरेशन के बाद विभाग की ओर से तीन हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाते हैं। वहीं, मोटिवेटर को चार सौ रुपये दिए जाते हैं। इसी तरह महिलाओं को बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद दो हजार व मोटिवेटर को तीन सौ रुपये दिए जा रहे हैं। इसके अलावा प्रसव के एक सप्ताह के अंदर बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को तीन हजार व मोटिवेटर को चार सौ रुपये दिए जाते हैं। पिछले वर्ष कुल 826 ऑपरेशन हुआ। जिसमें कुल 813 महिलाएं तथा मात्र 13 पुरुषों ने ऑपरेशन कराया था। इस वर्ष अब तक 548 महिलाएं तथा 12 पुरुष ऑपरेशन करवा चुके हैं। पुरुष प्रधान समाज में जनसंख्या नियंत्रण की जिम्मेवारी भी महिलाओं के कंधे पर डाल दी गई है।
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कोट :::
महिला बंध्याकरण ऑपरेशन की तुलना में पुरुष नसबंदी की प्रक्रिया काफी सरल है। नसबंदी को लेकर पुरानी धारणा को बदलने की जरूरत है। हवेली खड़गपुर अस्पताल में प्रत्येक सोमवार व गुरुवार को परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत शिविर लगाकर बंध्याकरण ऑपरेशन किया जा रहा है। समाज में अब भी यह धारणा है कि नसबंदी कराने के बाद पुरुषों में कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है या कमजोरी आ जाती है। यह गलत है।
डॉ. लाल बहादुर गुप्ता, चिकित्सा पदाधिकारी, हवेली खड़गपुर मुंगेर
Posted By: Jagran
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