बीज उत्पादक बन किसान कर सकते हैं अतिरिक्त उपार्जन

बक्सर : पारंपरिक खेती से अलग हटकर किसान बीज उत्पादन के द्वारा अतिरिक्त आय कर सकते हैं। बीज के उत्पादन में न तो मौसम की मार झेलनी होगी और न इसके लिए किसी विशेष संसाधन जुटाने की जरूरत होगी। थोड़ी सी अतिरिक्त जानकारी प्राप्त कर किसान इसे अतिरिक्त आमदनी का जरिया के रूप में अपना सकते हैं। उपरोक्त बातें सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने किसानों को संबोधित करते हुए कही।

इस अवसर पर बसोका पटना के रामविलास शर्मा, पीडी आत्मा देवनंदन राम तथा केविके के प्रभारी कार्यक्रम समन्वयक रामकेवल ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मौके पर किसानों को संबोधित करते केविके के वैज्ञानिक हरिगोबिद जायसवाल ने बीज उत्पादन के महत्व की जानकारी देते अपनी आमदनी बढ़ाने के साथ ही अन्य किसानों के लिए भी गुणवत्तायुक्त बीजों का उत्पादन की बात बताई। आत्मा के निदेशक देवनंदन राम ने कहा कि गुणवत्तायुक्त बीजों के उपयोग से 20 से 25 प्रतिशत उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। वहीं, मौके पर प्रभारी कार्यक्रम समन्वयक, रामकेवल सिंह ने बताया कि किसान कृषि विज्ञान केन्द्र व बसोका से जुड़कर सहभागी बीज उत्पादन कार्यक्रम में सहयोग प्रदान कर सकते है। साथ ही, इसके माध्यम से अपनी उपज का ज्यादा मूल्य भी प्राप्त कर सकते हैं। मौके पर बसोका के उप निदेशक रामविलास शर्मा ने बीजों का चयन, पृथक्करण की दूरी, अवांछनीय पौधों को खेतों से निकालना, रोग-व्याधि से ग्रसित पौधों को निकालना, पोषक तत्व प्रबंधन तथा खरपतवार प्रबंधन आदि विषयों की जानकारी दी। एक दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए करीब 90 किसान शामिल हुए। मौके पर केविके के आरिफ परवेज, विकास कुमार, अफरोज सुल्तान, रवि चटर्जी, राजेश कुमार राय, सरफराज अहमद खान एवं बीज निरीक्षक सुरज कुमार व राहुल कुमार मौजूद रहे।
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Posted By: Jagran
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