साहब ! नहीं होता सीढ़ीनुमा रास्ते से पत्थर का अवैध खनन..



रोहतास। जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक के बाद जिला प्रशासन पूरी तरह एक्शन में दिखा। लिए गए निर्णय पर अमल कराने के लिए अधिकारी तुरंत खदान क्षेत्र में पहुंचे, जहां पर उन्हें ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। पत्थर खदान तक जाने वाले रास्ते को ध्वस्त करने पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों ने खरी-खोटी सुनाए व रास्ता काटने से होने वाले परेशानियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया। ग्रामीणों ने साफ कहा कि जिस रास्ते से बंद पत्थर खदान तक वाहन जाते हैं और अवैध खनन होता है, उसे ध्वस्त नहीं किया जा रहा है। वैसे रास्ते को काट प्रशासन अपनी जवाबदेही को पूरा कर रहा है जिससे लोगों का आना-जाना बंद हो जाता है। कई ग्रामीणों ने कहा कि अवैध खनन कार्य पूरी तरह बंद हो, इस कार्य में हमसब अधिकारी के साथ हैं।
पार्किंग में तब्दील हुई सड़क, जाम से परेशान लोग यह भी पढ़ें
डीडीसी सुरेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में अधिकारियों का दल जैसे ही गायघाट से अमरा तालाब तक जाने वाले रास्ते को ध्वस्त करने पहुंचे, ग्रामीणों ने विरोध करना शुरू किया। अमित कुमार मंगल, केशव पाल समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि पहाड़ के रास्ते अमरा-तालाब व सासाराम आने-जाने का एकमात्र रास्ता है। इसलिए ऐसी व्यवस्था की जाए कि लोगों का आवागमन बहाल रहे। ग्रामीणों की मांग पर अधिकारियों ने वस्तुस्थिति से अवगत होने का कार्य किया। टीम में खनन के सहायक निदेशक विकास कुमार पासवान, एसडीएम राज कुमार गुप्ता समेत अन्य अधिकारी व सुरक्षा कर्मी शामिल थे। डीडीसी ने बताया कि पहाड़ का मुआयना व ग्रामीणों की समस्या को भी देखा गया, ताकि वैकल्पिक व्यवस्था हो सके। बताते चले कि पांच दिन पूर्व अधिकारियों ने ग्रामीणों की बैठक कर रोजगार के वैकल्पिक व्यवस्था करने की संभावना पर विचार किया था।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार