नाव में सवार थे क्षमता से अधिक लोग, हादसे के बाद मची अफरा तफरी

गोपालगंज : सदर प्रखंड के मेहंदिया गांव के समीप गंडक नदी के तट पर खड़ी नाव में क्षमता से अधिक लोग सवार हो गए थे। इस छोटी नाव की क्षमता छह से आठ लोगों को बैठने की थी। लेकिन इसके 13 लोग सवार होकर नदी के उस पार जाने लगे। लेकिन क्षमता से अधिक लोगों के नाव में सवार होने के कारण पट से सौ मीटर दूर जाने के बाद ही नाव डगमगाने लगी तथा देखते ही देखते नदी में पलट गई। नदी में नाव पलटते देख पट पर मौजूद ग्रामीणों के बीच अफरा तफरा मच गई ग्रामीण नदी में कूद कर तैरते हुए जहां नाव पलटी थी, वहां पहुंच कर पांच लोगों को किसी तरफ से नदी के बाहर निकाल लिया। जिसमें से एक महिला की मौत हो गई। लेकिन नाव में सवार आठ लोग पानी की धारा में बह गए। उनका कुछ पता नहीं चल सका। नाव भी नदी डूब गई। नाव डूबने तथा उस पर सवार आठ लोगों के लापता होने की जानकारी मिलते ही मेहंदिया गांव के नदी पट पर आसपास के गांवों के ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जिसे भी इस हादसे की जानकारी हुई वह मेहंदिया गांव के तट की तरफ दौड़ पड़ा। ग्रामीणों ने नदी में जाल डालकर तथा स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में लापता लोगों की तलाश शुरू कर दिया। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका। इसी बीच इस हादसे की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी अरशद अजीज, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी, एसडीओ उपेंद्र कुमार पाल, बीडीओ व सीओ मौके पर पहुंच गए। आठ लोगों के लापता होने की जानकारी मिलने पर पदाधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम को बुलाया। समाचार लिखे जाने तक लापता लोगों की गंडक नदी में तलाश जारी थी।


बताया जाता है कि दियारा इलाके के गांवों के लोग जलावन की लकड़ी काटने के लिए प्रतिदिन नाव में सवार होकर गंडक नदी के उस पार जाते हैं। कुछ ग्रामीणों की खेत भी नदी के उस पार है। ये लोग खेत में लगी अपनी फसल की देखभाल करने के लिए भी नाव में सवार होकर नदी के उस पार आते जाते हैं। बताया जाता है कि शनिवार की सुबह मेहंदिया गांव के समीप पट पर खड़ी नाव में नदी के उस पार जाने के लिए 13 लोग सवार हुए। जिनमें अधिकांश महिलाएं व बच्चे थे। जिस नाव में ये लोग सवार हुए थे, उसकी क्षमता छह से आठ लोगों के बैठने की थी। क्षमता से अधिक लोगों के नाव में सवार होने के कारण नदी में सौ मीटर जाते ही नाव डगमगाने लगी तथा देखते ही देखते नाव नदी में पलट गई। यह तो गनीमत रहा कि जिस सवार नाव नदी में पलटी उस समय पट पर कुछ ग्रामीण मौजूद थे। नाव पलटते देख पट पर मौजूद ग्रामीण नदी में कूद कर तैरते हुए नाव के पास पहुंच कर लोगों बचाने में जुट गए। काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने किसी तरफ से पांच लोगों को नदी से बाहर निकाल लिया। लेकिन आठ लोगों को ग्रामीण बचा नहीं सके। वे लोग नदी की धारा में बहते हुए लापता हो गए। नाव भी नदी के पेट में समा गई। ग्रामीणों ने बताया कि क्षमता से अधिक लोगों के बैठने के कारण नाव पलटी है। इस घटना की जानकारी मिलते ही दियारा इलाके में अफरा तफरी मच गई। जिसने भी इस हादसे के बारे में सुना वह दौड़ कर मेहंदिया तट पर पहुंच गया। जिन लोगों के स्वजन नाव में सवार थे उनमें चिख पुकार मच गई। लोग अपने स्वजनों की तलाश करने लगे। इसी बीच हादसे की जानकारी मिलने पर कटघरवा पंचायत के मुखिया राजेश सहनी तथा जगीरी टोला पंचायतकी मुखिया सोनी देवी ने इस घटना की जानकारी जिला प्रशासन को दिया। हादसे की सूचना मिलते ही डीएम से लेकर पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंच गए। गोताखोरों की मदद से लापता लोगों की तलाश शुरू की गई। लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका।
इनसेट
दो दशक में सबसे बढ़ी घटना ने दियारा के लोगों को झकझोरा
मृतक महिला का घंटों पड़ा रहा शव, डीएम ने लगाई फटकार यह भी पढ़ें
गोपालगंज : मेहंदिया गांव के समीप गंडक नदी में नाव पलटने से एक महिला की मौत तथा आठ लोगों के लापता होने से दियारा इलाके ग्रामीण सदमे में आ गए हैं। पिछले दो दशक में नाव पलटने कर यह सबसे बड़ी घटना है। इस घटना ने दियारा के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि नदी के उस पार खेत होने के कारण दियारा के लोग नाव में सवार होकर प्रतिदिन नदी के उस पार आते जाते हैं। लेकिन पिछले दो दशक में नाव पलटने की एक दो घटनाएं ही हुई हैं। लेकिन इन घटनाओं में किसी की जान नहीं गई। यह पिछले दो दशक की नाव पलटने की सबसे बड़ी घटना है। जिसमें एक महिला की मौत हो गई तथा नाव में सवार हुए आठ लोग लापता हो गए हैं।
इनसेट
बचाव कार्य में देरी से प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों में रोष
गोपालगंज : मेहंदिया गांव के समीप गंडक नदी में नाव पलटने के बाद ही ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू कर दिया था। इसके कारण ही पांच लोगों को नदी से बाहर निकाला जा सका। हालांकि एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि इस हादसे के बाद स्थानीय गोताखोर से डूबे लोगों की नदी की तलाश शुरू करने के साथ ही प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद सीओ विजय कुमार सिंह, बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर व जादोपुर थानाध्यक्ष दिनेश यादव मौके पर पहुंच गए। लेकिन घटना के दो घंटे बाद पहुंचे अधिकारियों ने बचाव कार्य शुरू कराने की पहल नहीं किया। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीण डीएम व एसपी को बुलाने की मांग करने लगे। बाद डीएम अरशद अजीज व पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार तिवारी ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों से बात करने के बाद एनडीआरफ की टीम को फोन कर घटनास्थल पर आने का निर्देश दिया।
इनसेट
सदर विधायक व प्रखंड प्रमुख ने किया मुआवजा देने की मांग
गोपालगंज : नाव पलटने की जानकारी मिलने पर मेहंदिया पहुंचे सदर विधायक सुभाष सिंह तथा सदर प्रखंड प्रमुख रानी देवी ने इस हादसे में मारे गए लोगों को मुआवजा देने की मांग जिलाधिकारी अरशद अजीज से किया। जिस पर डीएम ने सीओ विजय कुमार सिंह को मृतक के स्वजन को चार-चार रुपया मुआवजा देने का निर्देश दिया। सदर विधायक सुभाष सिंह ने बताया कि सदर प्रखंड में दो दशक में इतनी बढ़ी घटना पहले कभी नहीं हुई है। इस घटना में मारे गए लोगों के स्वजनों का प्रशासन हर संभव मदद करे। वहीं प्रखंड प्रमुख रानी देवी ने कहा कि पीड़ित परिवार के लोगों को प्रखंड स्तर से जो भी सुविधा मिल सकेगा उसे दिलाया जाएगा। इन्होंने इस घटना की जांच कराने की मांग जिलाधिकारी से किया।
इनसेट
दो किलोमीटर तक बहते पानी में लगाया गया जाल
गोपालगंज : मेहंदिया गांव के समीप गंडक नाव पलटने की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे स्थानीय मुखिया राजेश सहनी की पहल पर गंडक नदी के बहते पानी में दो किलोमीटर तक जाल लगाकर लापता लोगों के पानी में बहने से रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन उनका पता नहीं चल सका। मुखिया राजेश सहनी ने बताया कि नदी में जाल लगाकर पानी के बहाव को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि नदी में डूबे लोग बह कर दूर ना निकल जाएं। इसको लेकर नदी में करीब दो किलोमीटर लंबा जाल लगाया गया है।
इनसेट
नदी में खुद जाल डालते दिखे सदर विधायक
गोपालगंज : मेहंदिया गांव में नाव पलटने की सूचना मिलने पर सदर विधायक सुभाष सिंह मौके पर पहुंच गए। ये ग्रामीणों के साथ खुद नदी में जाल डालने लगे। विधायक की अपील पर तट पर खड़े लोग भी जाल डालने के साथ ही डूबे लोगों की तलाश करने में जुट गए। विधायक सुभाष सिंह ने कहा कि दियारे इलाके में मेरा पूरा बचपन बीता है। इस दियारे के लोगों से आज भी मेरा लगाव है। नाव का नदी में डूबना काफी दुखद है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार