ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को दी गई पोषण की जानकारी

गोपालगंज : आठ मार्च से प्रारंभ हुए पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत गुरुवार को सभी प्रखंडों की आंगनबाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं ने गृह भ्रमण किया। इस दौरान बेहतर नवजात एवं शिशु देखभाल को लेकर माता-पिता को जानकारी दी गई। इस दौरान सेविका व आशा कार्यकर्ताओं ने कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को सही पोषण देने के बारे में जानकारी लोगों को दी।

आइसीडीएस की डीपीओ शम्स जावेद अंसारी ने बताया कि गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी सेविकाओं ने गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरे, संस्थागत प्रसव व परिवार नियोजन के बारे में भी बताया। साथ हीं गंदगी व कूड़ा-कचरा को सभी तरह के बीमारी का जड़ बताते हुए लोगों को अपने-अपने आसपास के क्षेत्र को नियमित रूप से साफ-सफाई करने को कहा गया। ताकि उनका बच्चे स्वच्छ वातावरण में रह सके। इस दौरान शिशु पोषण पर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जानकारी दी। इसके तहत शिशु जन्म के एक घंटे के भीतर मां का पहला पीला गाढ़ा दूध देने तथा अगले 6 माह तक केवल मां का दूध ही बच्चों को देने के बारे में बताया गया। साथ ही छह माह के बाद बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास काफी तेजी से होता है। इस दौरान स्तनपान के साथ ऊपरी आहार की जरूरत के बारे में भी बताया गया।

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पोषण गतिविधियों का होगा मूल्यांकन
गोपालगंज : राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्यवक बृजकिशोर प्रसाद ने बताया कि पोषण पखवारा के माध्यम से समाज में व्यापक जागरूकता एवं बेहतर परिणाम के लिए नई पहल भी की जा रही है। पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले गोदभराई, अन्नप्राशन, पोषण मेला एवं पोषण प्रभात फेरी के मूल्यांकन के लिए लाभार्थियों की जरुरी राय एवं फीडबैक ली जा रही है। ताकि ऐसे आयोजनों की गुणवत्ता में सुधार कर पोषण व्यवहारों का अभ्यास जन समुदाय द्वारा किया जा सके।
Posted By: Jagran
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