- परदेशियों को देखते हीं स्वास्थ्य विभाग को फोन कर रहे हैं लोग
जासं, छपरा : जिले में परदेसियों के कारण कोरोना का दहशत व्याप्त हो गया है। स्थिति यह हो गई है कि किसी परदेसी को देखते ही लोग जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग को फोन करने लगे हैं। सारण में कल तक कोरोना वायरस का एक भी मरीज नहीं था और आज भी नहीं है। लेकिन जैसे ही अन्य प्रदेशों से भागकर लोग यहां पहुंचे। सारणवासी वायरस के रडार पर आने लगे। अब तक सारण से जो भी मरीज रेफर किए गए हैं उनमें सभी अन्य प्रदेशों से छपरा पहुंचने वाले हैं।
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बीते महीने छपरा शहर के मोहन नगर मोहल्ले में चाइना से लौटी एक छात्रा को संदिग्ध पाया गया था। उसके बाद पानापुर, नगरा, अमनौर, दाउदपुर, मढौरा एवं छपरा शहर के सलेमपुर सहित अन्य क्षेत्रों से भी करीब दर्जनभर संदिग्धों की पहचान की गई, जो कि अन्य प्रदेशों से अथवा विदेशों से वापस लौटे थे। ताजा मामले पर नजर डाले तो बीते दिन शहर के सलेमपुर मोहल्ला निवासी एक युवक समेत दो लोगों को पीएमसीएच रेफर किया गया। दो लोगों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। यह चारों ही मरीज बाहर से लौटे थे। दोहा से लौटे सलेमपुर निवासी युवक के बारे में मोहल्ले वासियों के प्रयास से स्वास्थ्य विभाग को जानकारी हुई। इसी प्रकार दाउदपुर में भी कुवैत से एक युवक लौटा था। जिसे देखते ही मोहल्ले वासियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन को सूचित किया। स्थिति यह हो गई है कि अन्य प्रदेशों से छपरा लौटने वाले परदेसियों को देखते हैं मोहल्ले वासियों और गांव वाले दहशत में आ जा रहे हैं। इस बात की सूचना उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग के साथ जिला प्रशासन को दी जा रही है ताकि उस परदेसी के कारण पूरा गांव अकरांत नहीं हो सके। ऐसे मामले में कई लोग अभी तक संदिग्ध पाए जाने के बाद पीएमसीएच पहुंच चुके हैं, जहां उनका जांच आइसोलेशन वार्ड में किया जा रहा है। क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि जिले में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी मरीज नहीं पाया गया है। अब तक जो भी लोग यहां से रेफर किए गए हैं वह अन्य प्रदेशों से वापस लौटे थे।
Posted By: Jagran
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