इमोशनल ईटिंग पर ऐसे लगाए रोक, फॉलो करे ये खास टिप्स

नेगेटिव फीलिंग्स मन में एक खालीपन की भावना को भरते हैं, जबकि भोजन उस शून्य को भरने का कार्य करता है व अस्थायी पूर्णता का झूठा एहसास पैदा करता है.इमोशनल ईटिंगवास्तविक भूख नहीं होती. बस मेंटली परेशान होने पर उन्हें कुछ सलेक्टेड फूड को खाने की ख़्वाहिश होती है. यही कारण है

कि अधिकांश महिलाएंअपने नेगेटिव इमोशन्सको हैंडल करने के लिए खाने का सहारा लेती हैं.इससे कुछ पल के लिए उन्हें भले ही satisfaction मिलता हो, लेकिन यह कई तरह के हेल्थ इश्यू का कारण बनता है. अगर आप इमोशनल ईटिंग पर रोक लगाना चाहती हैं तो इन टिप्स का सहारा ले सकती हैं-
करें एक्सरसाइज:सुनने में शायद अजीब लगे लेकिन अभ्यास भी इमोशनल ईटिंग से बाहर निकलने में मदद कर सकती है. दरअसल, जब आप रेग्युलर अभ्यास करती हैं तो इससे आपको बहुत ज्यादा relax महसूस होता है. एक अध्ययन में भी यह पाया गया कि लगातार आठ हफ्ते तक योगा करने सेस्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशनको मैनेज करने में बहुत ज्यादा सरलता होती है.जब आप अपनी नेगेटिव फीलिंग को हैंडल करना सीख जाती हैं तो इससे आपको इमोशनल ईटिंग करने की आवश्यकता नहीं पड़ती.
मेंटेन करें फूड डायरी:आमतौर पर हमपूरे दिन क्या खाते हैंऔर कितना खाते हैं, इसके बारे में ज्यादा नोटिस नहीं करते. लेकिन अगर आप इमोशनल ईटिंग से बचना चाहती हैं तो फूड डायरी मेंटेन करें. इससे आपको अपने ट्रिगर की पहचान करने में मदद मिलती है. होने कि सम्भावना है कि शुरूआत में डायरी मेंटेन करने में आपको कठिनाई हो. लेकिन आप अपनी डायरी में अपने खाने की हर आइटम के बारे में लिखें. जब आप ट्रिगर की पहचान कर लेंगी तो उस स्थिति से निपटना आपके लिए सरल हो जाएगा.
मेडिटेशन:एक्सरसाइज के अतिरिक्त मेडिटेशन के जरिए भी इमोशनल ईटिंग की हैबिट को बहुत ज्यादा हद तक कण्ट्रोल किया जा सकता है. ऐसी कई स्टडीज हैं, जो यह बताती हैं किमाइंडफुल मेडिटेशनbinge eating disorder व इमोशनल ईटिंग के लिए किसी ट्रीटमेंट की तरह कार्य करती हैं. इसके लिए आप किसी शांत स्थान पर बैठकर मेडिटेट कर सकती हैं.
ढूंढे अन्य तरीके:इमोशनल ईटिंग की समस्या तब पैदा होती है, जब आप अपनीनेगेटिव फीलिंग्स को हैंडल करने के लिएखाने का सहारा लेती हैं. लेकिन अगर आप अपने इमोशन्स को हैंडल करने के लिए अन्य रास्ते ढूंढ लेंगी तो आपको इमोशनल ईटिंग करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी.मसलन, अगर आप किसी बात को लेकर परेशान हैं तो आप खाने की बजाय उसे लिखने की आदत डालें या फिर कोई मोटिवेशनल किताब पढ़ें. इस तरह की एक्टिविटीज आपको नेगेटिव थिकिंग से बाहर निकालने में मदद करेंगी.

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