कोरोना को लेकर खुला जिला नियंत्रक कक्ष डीएम ने लिया जायजा

बेतिया। कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिलास्तर पर एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है। बुधवार को जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने स्वंय प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय पहुंचकर नियंत्रण कक्ष के क्रियाकलापों की जानकारी ली। उनके साथ एसपी निताशा गुड़िया, डीडीसी रविद्रनाथ प्रसाद सिंह, एडीएम नंदकिशोर साह, सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार सिन्हा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि जिला नियंत्रण कक्ष में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में रैपिड रेस्पांस टीम का गठन किया गया है। तीन स्तरीय टीम नियंत्रण कक्ष में 24 घंटा कार्य करेंगे। इसमें एक चिकित्सक समेत सात सदस्यों को आठ-आठ घंटे के लिए शिफ्ट तय की गई है। वहीं जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 06254 246144 बनाया गया है। डीएम ने मौके पर उपस्थित डीडीसी रविद्रनाथ प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन डॉ. अरूण कुमार सिन्हा से जिला नियंत्रण कक्ष के बारे में जानकारी ली।

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कोरोना को लेकर प्रशासन ने कसी कमर
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। पंचायत से जिला स्तर तक के सभी कर्मी इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जी जान से जुट गए है। गांवों में वार्ड स्तर से लेकर जिला स्तर तक इसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। लॉकडाउन में अनुमंडल मुख्यालय, प्रखंड मुख्यालय और नगर निकाय मुख्यालयों में अब लॉकडाउन के आदेश का असर दिखने लगा है। जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बुधवार को स्वंय परिसदन के समीप एक बाइक सवार को पकड़ कर परिवहन विभाग को सौंप दिया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान बेवजह कोई भी यदि सड़क पर घूमते पाए गए तो उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिलेवासियों से इस संकट की घड़ी में स्वंय पर काबू पाते हुए लॉकडाउन के नियमों का अक्षरश: पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही पूरे समाज एवं जिला को संकट में डाल सकता है। इसके लिए सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है। सोशल डिस्टेंसिग के तहत हीं लॉक डाउन का आदेश निकाला गया है।

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