छठ व्रतियों ने कहा - अपने घर में ही करेंगे भगवान भास्कर की अराधना

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लॉकडाउन का समर्थन :
-चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान कल से
जागरण संवाददाता, छपरा : कोरोना वायरस के खौफ के बीच लोक आस्था के महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान 28 मार्च से प्रारंभ हो रहा है। ऐसे में अनुष्ठान बड़ी चुनौती बन गई है। लेकिन छठव्रतियों ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए सोशल डिस्टेंसिग पालन करते हुए किसी ने अपने कैंपस तो किसी ने घर की छत पर ही भागवान भास्कर की पूजा करी तैयारी शुरू कर दी है।
व्रती रवीना सिंह ने बताया कि छठ व्रत प्रकृति की पूजा है, जिसमें नदी घाट पर जाकर भगवान भास्कर की आराधना होती है। लेकिन इस बार महामारी और सरकार के लॉकडाउन का पालन करते हुए हम सब अपने घर के परिसर में ही अ‌र्घ्य अर्पित करेंगे। कविता देवी, सुनीति पांडेय आदि महिलाओं ने भी कहा कि घर में ही छठ मैया की पूजा करेंगी। वे अन्य व्रतियों से अपील कर रही हैं कि छठ व्रत घर में ही करें।
इस बीच घरों में पूजा की तैयारी हो रही है। लॉकडाउन के बावजूद व्रतियों के उत्साह में किसी प्रकार की कमी नहीं है। व्रतियों का कहना है कि छठी मईया कोरोना वायरस को खत्म कर देंगी। उल्लेखनीय हो कि लोक आस्था के महापर्व चैती छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान 28 मार्च को नहाय खाय के साथ शुरू होगा। इसके अगले दिन 29 मार्च को खरना, 30 को सायंकालीन अ‌र्घ्य, 31 को उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया जाएगा। इनसेट :
छठ व्रतियों की सुनें :
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इस वर्ष अपने घर में पूरी आस्था एवं परंपररागत तरीके से छठ व्रत करेंगी। छठी मइया इस महामारी को खत्म कर देंगी। यह हमें पूरा विश्वास है।
रवीना सिंह फोटो 26 सीपीआर 32
सरकार के लॉक डाउन का पालन करते हुए चैती छठ परंपरागत तरीके से अपने घर में करेंगे। घर में पोखरा बनाया जाएगा। व्रत के दौरान भी बीमारी के प्रति सजग रहेंगे।
रेणु कुमारी फोटो 26 सीपीआर 33
छठ व्रत में इस बार नदी घाट पर न जाकर अपने घर में ही अस्ताचलगामी एवं उदीयमान सूर्य को अ‌र्घ्य दूंगी। तैयारी भी हमने प्रारंभ कर दी है।
रामकुमारी देवी,
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हम छठ व्रती सरकार के लॉक डाउन का अक्षरश: पालन करेंगे। पूरी आस्था के साथ छठ व्रत करेंगे। भगवान भास्कर इस संकट को बहुत जल्द ही खत्म करेंगे।
देवंती देवी

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