कोरोना संकट के बीच RBI की बड़ी घोषणा, रेपो रेट में कटौती का ऐलान

रिजर्व बैंक ने की बड़ी घोषणा

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने की प्रेस कॉफ्रेंस
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को की थी कई स्कीम की घोषणा
नई दिल्ली : देश पर छाए कोरोना वायरस के संकट के बीच आज भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़ी घोषणा की है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण आर्थिक मंदी का खतरा है। साथ ही अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता की माहौल है। उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है।
आपको बता दें सरकार ने गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिये लागू देशव्यापी 'लॉकडाउन' के बीच गरीबों, बुजुर्गों, स्वयं सहायता समूहों और निम्न आग वर्ग को राहत देते हुये 1.70 लाख करोड़ रुपये की 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' की घोषणा की है।प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों का विशेष ध्यान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित इस प्रोत्साहन पैकेज में गरीबों को तीन महीने के लिये मुफ्त अनाज, दाल और रसोई गैस सिलेंडर तथा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद सहायता उपलब्ध कराना शामिल हैं। भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों के कल्याण के लिये केन्द्र सरकार के एक कानून के तहत कल्याण कोष बनाया गया है।
पैकेज के तहत गरीब परिवार के 80 करोड़ लोगों को प्रतिमाह पांच-पांच किलो गेहूं या चावल तथा प्रति राशनकार्ड एक किलो दाल अगले तीन महीने तक मुफ्त दी जायेगी। इसके अलावा 20.4 करोड़ जनधन महिला खाताधारकों को तीन महीने में 1,500 रुपये की नकद सहायता दी जाएगी।
आरबीआई ने तैयार किया वॉर रुम रिजर्व बैंक ने कोरोना वायरस के संक्रमण से देश की वित्तीय प्रणाली को सुरक्षित और चाक चौबंद रखने के लिये आपात स्तर पर एक 'युद्ध-कक्ष' तैयार किया है। इस कक्ष में रिजर्व बैंक के 90 महत्वपूर्ण कर्मचारी काम कर रहे हैं। एक अधिकारी के अनुसार, रिजर्व बैंक ने यह कक्ष 'आकस्मिक कार्य योजना (बीसीपी)' के तहत तैयार किया है। यह 19 मार्च से काम कर रहा है और 24 घंटे सक्रिय है।
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अधिकारी ने बताया कि इस कक्ष में रिजर्व बैंक के 90 सबसे महत्वपूर्ण लोग काम कर रहे हैं। इनके अलावा बाहरी वेंडरों के 60 मुख्य कर्मी तथा अन्य सुविधाओं के करीब 70 लोग भी कक्ष के लिये काम कर रहे हैं। रिजर्व बैंक के कर्मचारियों के साथ ही देश की वित्तीय प्रणाली की सुरक्षा के लिये कक्ष का परिचालन इस तरह नियंत्रित है कि किसी भी समय एक साथ सिर्फ 45 कर्मचारी ही काम कर रहे हैं, शेष 45 को काम का बोझ बढ़ने की स्थिति के लिये सुरक्षित रखा जा रहा है। अधिकारी ने कहा, ''यह पहली बार है जब दुनिया के किसी भी केंद्रीय बैंक ने इस तरह की बीसीपी पर अमल किया है।

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