देश में बढ़ता कोरोना वायरस का खतरा, अस्थमा के मरीज अपना रखे विशेष ख्याल

जयपुर।आज हमारे देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बड़ी तेजी से बढ़ता जा रहा है ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने पूरे देश में 21 दिन का लॉक डाउन कर दिया है।वहीं कोरोना की बीमारी उन लोगो को अपना शिकार आसानी से बना लेती है जिनकी इम्यूनिटी क्षमता काफी कमजोर होती है।ऐसे में अस्थमा के मरीजों को अपना विशेष ध्यान रखना चाहिए। अस्थमा या दमा की बीमारी उन लोगों को अधिक होती है जिनका श्वसन तंत्र काफी कमजोर हो जाता है और इसके कारण उन्हें सांस लेने में कठिनाई होती है।

इसके कारण श्वास नली में सूजन आ जाती है और श्वास नली में थोड़ा ब्लॉकेज होने के कारण भी ऐसा होता है। अस्थमा की बीमारी में व्यक्ति के फेफड़ो तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नही पहुंच पाती जिससे अस्थमा से पीड़ित लोगों की सांस फूलने लगती है।अस्थमा की बीमारी रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी हुई समस्या है।
इस बीमारी को कोरोना वायरस के लिए काफी संवेदनशील माना जाता है। रेस्पिरेट्री सिस्टम से जुड़ा यह संक्रामक रोग उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है,जिनकी इम्यूनिटी क्षमता कमजोर होती है।
कोरोना वायरस की बीमारी से बचने के लिए सरकार द्वारा दिए गए निदेर्शो का पालन करना आवश्यक है। कोरोना वायरस का संक्रमण अस्थमा के रोगियों को अपना शिकार आसानी से बना सकता है।इसलिए अपने घरों में ही बंद रहे और कोरोना वायरस से बचने के लिए दी गई लिए गाइडलाइन को अवश्य फोलों करें।
अपने हाथों को निरंतर साबुन या एल्कोहल बेस्ड सैनेटाइजर से धोंए। अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखें और विटामिन—सी युक्त भोजन करे।

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