9 महीने की प्रेग्नेंट महिला ने मांगी मदद, मसीहा बन पहुंचे पुलिस वाले

लॉकडाउन में जिंदगी बिताने के लिए मजबूर हैं लोग

घर पर अकेले थी 9 महीने की प्रेग्नेंट तमन्ना
तमन्ना ने दिया बेटे को जन्म
बरेली (उत्तर प्रदेश) : देशभर में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन का एलान किया गया है। ऐसे में पुलिस सख्ती से लॉक डाउन का पालन कराने में जुटी हुई है। अलग- अलग शहरों से पुलिस अत्याचार की खबरें भी सामने रही हैं। वहीं दूसरी ओर पुलिस को अपना मानवीय चेहरा दिखाने के लिए वाहवाही भी मिल रही है।
दरअसल बरेली जिले के इज्जतनगर इलाके में रहने वाली 25 साल की महिला तमन्ना को अपने पहले बच्चे की किलकारी गूंजने की उम्मीदें लगाई बैठी थी , वहीं दूसरी ओर उनके पति अनीस खान, जो नोएडा में काम करते है देशभर में लॉकडाउन होने की वजह से वहां फंसे हुए थे। इधर अनीस की पत्नी घर पर अकेले थीं। जैसे उसकी डिलीवरी का समय नजदीक आया तो उन्होंने मदद के लिए पुलिस को एक वीडियो संदेश भेजा और उनकी मदद मांगी। तमन्ना के मैसेज का पुलिस ने तुरंत जवाब दिया और उसको एक स्थानीय अस्पताल में ले गई और उसे भर्ती कराया।
यही नहीं पुलिस ने उसके पति अनीस को नोएडा से बरेली लाने के लिए एक टैक्सी की भी व्यवस्था की। तमन्ना ने गुरुवार को एक बच्चे को जन्म दिया।
महिला ने अब ट्विटर पर यूपी पुलिस, विशेष रूप से एसएसपी, बरेली, शैलेश पांडे और अतिरिक्त डीसीपी, नोएडा, कुमार रणविजय सिंह की मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया है। महिला ने कहा कि उसे लग रहा था कि वह अकेले मर जाएगी जबकि स्थानीय पुलिस ने मेरे लिए देवदूत की तरह काम किया।
एसएसपी बरेली, शैलेश पांडे ने कहा, "यूपी पुलिस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है कि सभी को सहायता की जरूरत है। हमें खुशी है कि हम इस चुनौतीपूर्ण समय में एक परिवार के चेहरे पर मुस्कान लाने में कामयाब रहे।"

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