लॉक डाउन का साइडइफेक्टः पैदल ही अपने घर जाने को मजबूर हैं मजदूर, युवा कर रहें है मदद

पूरे विश्व में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत में लॉकडाउन किया गया है. यह लॉक डाउन 14 अप्रैल तक किया गया है. पीएम मोदी ने इसका ऐलान करते हुए कहा है कि यह एक तरह का कर्फ्यू है. देश में रेल बस या किसी भी तरह के वाहन को बंद कर दिया गया है. लोगों को घरों में रहने के आदेश जारी किया गया है. ऐसे में दूसरों में राज्यों में काम करने वाले मजदूरों के सामने खाने और रहने की समस्या आ रही है जिससे वे अपने घर की ओर लौट रहे हैं. लॉक डाउन होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

एक ऐसा ही मामले मुजफ्फरपुर में सामने आया है जहां रेलवे में पुलिंग का काम करने वाले मजदुर यहां फंस गए. काम खत्म होने के बाद मजदूर ट्रैक पकड़ कर भागलपुर से मुंगेर जा रहे थे. उन्हें रात मं शहर के एलआईसी बिल्गिंग के पास रुके है. शहर के युवाओं ने यहां पर उनके खाने की व्यवस्था कराई गई. साथ ही उनके साथ जो भी जरूरी चीजों की कमी थी उसको भी मुहैया कराया गया.

कोरोना वायरस से आज देश 75 नये मामले सामने आए हैं जिसमें 4 लोगों की मरने की खबर सामने आ रही है. अब तक देश में पोजिटिव मरीजो की संख्या 724 हो गई है तो वहीं मरने वालों की संख्या 17 हो गई है. इस बीमारी की शुरुआत चीन के बुहान शहर से इसकी शुरुआत हुई थी. फिलहाल यह इटली स्पेन और अमेरिका में यह कोरोना वायरस आतंक फैला रहा है.

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