कोरोना वायरस से बचाव के लिए गर्भवती स्त्रियों को देना होगा इन खास बातो पर ध्यान

वैश्विक महामारी का रूप ले चुका कोविड-19 सबके लिये बड़ी चुनौती बना हुआ है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगातार महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किये जा रहे हैं.

डब्ल्यूएचओ ने अब कोरोना के खतरे को देखते हुए गर्भवती स्त्रियों या हाल में बच्चों को जन्म देने जा रही स्त्रियों समेत नवजात बच्चों को सावधान रहने के लिये बोला है. अगर आप इस समय गर्भवती हैं तो आपके मन में भी इसे लेकर कई सवाल उठ रहे होंगे. गर्भावस्था में कोरोना से जुड़े कुछ सवालों के जवाब आपको यहां मिल जायेंगे. हजरतगंज स्थित झलकारीबाई अस्पताल की स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ दीपा शर्मा ने इमरजेंसी केसों में अधिकांश पूछे गये सवाल और शंकाओं को दूर किया.
गर्भवती हूं, बुखार है पर कहीं मुझे कोरोना तो नहीं? अगर आप गर्भावस्‍था में कोरोना के सम्पर्क में आ गई हैं तो आपको तेज बुखार व लगातार खांसी आने लगेगी. बाकी लोगों की तरह गर्भवती स्त्रियों में भी कोरोना वायरस के एक जैसे ही लक्षण हैं. हालांकि इस समय वायरल बुखार का भी प्रकोप अधिक है, महत्वपूर्ण नहीं कि बुखार के लक्षण कोरोना ही हो.
मुझे वायरस हुआ तो गर्भस्थ शिशु पर इसका क्या प्रभाव होगा? अब तक इस बात का कोई प्रमाण नहीं मिल पाया है कि कोरोना वायरस से गर्भस्थ शिशु या प्रसव के समय शिशु को भी अपनी मां से ये वायरस मिल सकता है. इसे वर्टिकल ट्रांसमिशन कहते हैं जो अब तक अप्रमाणित है.
इस समय प्रसव के लिये कौनसा उपाय सुरक्षित है? हर महिला के प्रसव की स्थिति भिन्न-भिन्न होती है. प्रसव किस तरह से हो ये चिकित्सकीय लक्षणों पर निर्भर करता है. कोरोना का इससे कोई संबंध नहीं है.
नवजात शिशु है तो कैसे बरतें सावधानी? नवजात बच्चे को दूध पिलाने से पहले श्वसन संबंधी साफ-सफाई का अवश्य ध्यान रखें. मास्क जरूर पहनें.बच्चे को छूने से पहले व बाद में साबुन और पानी से हाथ जरूर धोएं.
मेरे बच्चे को कोरोना से खतरा तो नहीं? बच्चों में अभी तक सिर्फ एक मुद्दा सामने आया है, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों के तापमान का ध्यान रखें. उन्हें खाने में ठंडे पदार्थ न दें. अभी कोविड-19 के लक्षणों के बारे में थोड़ी जानकारी ही मिली है पर तेज बुखार, खांसी जैसे लक्षणों पर गौर करें.
इन बातों पर दें ध्‍यान

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