कोरोना वायरस से हुए लाकडाउन में किताबें पढ़कर कर बिताएं समय, जाने इसके फायदे

अपने यह तो सुना ही होगा कि दुनिया में जितने भी महान और सफल लोग हो। चाहे वह जहांगीर भाभा, बिल गेट्स, महात्मा गांधी, या रतन टाटा हर किसी के अंदर एक कॉमन आदत थी वह है किताब पढ़ने की आदत। वो कहां जाता है ना कि किताबें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त होती है। यह ना शिकायत करती है ना कुछ मांगती हैं सिर्फ साथ देती है। किताब पढ़ने से एकाग्रता बढ़ती है। आपका दिमाग सक्रिय होता है। आपकी क्रिएटिविटी और इमैजिनेशन पावर में बड़ावा होता है। रोज किताब पढ़ने से आपका दिमाग दुगनी तेजी से काम करने लगता है। यह आपके दिमाग की नसों को आराम दिलाता है जिससे दिमाग तंदुरुस्त रहता है।

तनाव कम करने में भी किताब मत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप भी आज की बोरियत भरे समय को या पहले के स्ट्रेस भरे समय की थकान को दूर करना चाहते हैं। तो रात को पढ़ने की आदत से नींद भी अच्छी आती है और तनाव दूर होता है। किताब पढ़ने से जानकारी बढ़ती है नई भाषा और नए शब्द का ज्ञान होता है । जीने का नजरिया बदलता है। आप अपने जीवन के फैसले धैर्य और समझदारी के साथ लेने लगते हैं।
किताब आपकी कल्पनाशीलता या इमैजिनेशन पावर को बढ़ाता है। जब आप किताब पढ़ते हैं तो उसमें लिखे गए शब्दों और वाक्यों को अपने दिमाग में चित्र की तरह उतारते है। देखा गया है कि किताब पढ़ने वाले लोग अक्सर ज्यादा क्रिएटिव होते हैं।
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